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Fri. Feb 7th, 2025

सदन में पत्रकारहित की मांग को लेकर खामोशी क्यों?-प्रीतम भाटिया

रांची:ऑल इंडिया स्माँल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के बिहार/झारखंड और बंगाल प्रभारी प्रीतम सिंह भाटिया ने सदन में पत्रकारहित के विषयों को लेकर सत्ता और विपक्ष को जमकर कोसा है.एसोसिएशन के प्रभारी श्री भाटिया ने कहा है कि ना लोकसभा ना राज्यसभा और ना ही विधानसभा में पत्रकारहित की मांगों को लेकर सत्ता या विपक्ष सक्रिय है.पिछले कुछ सालों से सदन में पत्रकारों के कल्याण और सुरक्षा के मसले पर खामोशी सी छाई हुई है.उन्होंने कहा कि देश में पत्रकारों की आए दिन हत्या हो रही है,फर्जी मामले दर्ज हो रहे हैं,प्रताड़ना के मामले सुनने को आ रहे हैं और इसके बावजूद ना सत्ता ना विपक्ष कोई किसी तरह के प्रयास करते नजर नहीं आ रहे हैं.श्री भाटिया ने कहा कि ना लोकसभा के सत्र में ना राज्यसभा के सत्र में और ना ही राज्यों के विधानसभा सत्र में पत्रकारहित की मांगों को लेकर किसी सांसद या विधायक को बोलते सुना जा रहा है.वर्षों से पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर देश के विभिन्न संगठन प्रयासरत हैं लेकिन इस पर ना सत्ता और न विपक्ष प्रयासरत है.चौथे स्तंभ पर जिस तरह से हमले हो रहे हैं यह देश के लोकतंत्र के लिए भी एक बड़ा खतरा है क्योंकि लोकतंत्र में कलम का सिपाही पत्रकार होता है और पत्रकारों की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है.जब पत्रकार सुरक्षित नहीं रहेगा तो समाज भी असुरक्षित रहेगा.श्री भाटिया ने कहा कि क्या झारखंड में पत्रकार सुरक्षा कानून,पत्रकारों को स्वास्थ्य बीमा या पत्रकार आवास के लिए किसी सरकार ने अब तक प्रयास किया है?

श्री भाटिया ने कहा कि पत्रकारों के 6 सूत्री मांगों को लेकर एसोसिएशन के द्वारा एक बैनर जारी किया गया है जिसे सोशल मीडिया में काफी तेजी से पत्रकारों द्वारा सराहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर कम से कम पत्रकार सुरक्षा कानून पर पत्रकार सुरक्षा आयोग बनाकर पहल और परिचर्चा करने की जरूरत है.

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