लोहरदगाः झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा की बैठक शनिवार को समाहरणालय मैदान में मोर्चा जिलाध्यक्ष अश्विनी कुजूर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मुख्य रूप से जिला संयोजक प्रो. विनोद भगत, सचिव शाहिद अहमद मौजूद थे। मौके पर अध्यक्षता करते हुए अश्विनी कुजूर ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों को राज्य सरकार सम्मान एवं अधिकार दे। सभी झारखंड आंदोलनकारी चाहे वह जेल गए हों या नहीं गए हों, उनके साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाए। सभी के लिए एक समान व अन्य सुविधाएं मुहैया कराया जाए। आंदोलनकारियों के आश्रितों को पेंशन आदि की निपटाने के लिए सभी जिलों व राज्य मुख्यालय में अलग से टेबल की व्यवस्था की जाय। इन्हीं मांगों को लेकर केन्द्रीय कमेटी ने आगामी 01 मार्च को विधानसभा में सभी 81 विधायकों का घेराव करने का निर्णय लिया है। जिसे सफल करने के लिए सभी साथियों की भागीदारी आवश्यक है। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सभी साथी आगामी 01 मार्च को विधानसभा रांची के समक्ष विधायकों के घेराव कार्यक्रम में अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ शामिल हों। प्रो. विनोद भगत ने कहा कि झारखंड अलग राज्य का निर्माण हुए 20 वर्ष का समय गुजर जाने के बावजूद आन्दोलनकारियों को उनका सम्मान एवं अधिकार नहीं मिला है। ऐसे में घेराव और विरोध प्रदर्शन से सरकार को यह बताया जाएगा कि जिन आंदोलनकारियों ने अपने संघर्ष से अलग राज्य बनाने में सबकुछ न्यौछावर कर डालें, उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों को दी जाने वाली उचित सम्मान, पेंशन, मेडिकल सुविधा, परिवार के सदस्यों को नौकरी, विकास कार्यों में सहभागिता के साथ सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाए। बैठक में मुख्य रूप से अनिल कुमार भगत, क्यूम खान, रूस्तम खान, अमर किडो, कृष्णा ठाकुर, सीता उरांव, रूदन उरांव, दशरथ गिरी, सोमनाथ भगत, दीपक वर्मा, शिवराज टाना भगत, सूरज मोहन लकड़ा, हीरामनी कुमारी, सालेन लकड़ा, अमानत अंसारी, संजय कुमार, जगदीश उरांव, नागेंद्र प्रसाद साहु, दशरथ गिरी, तारामनी मिंज, शालेन, परमेश्वर उरांव, लालदेव टाना भगत, सैयद सलीम आदि समेत बड़ी संख्या लोग मौजूद थे।
बबलू खान की रिपोर्ट