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Sun. Feb 23rd, 2025

किसान आंदोलन : किसान आंदोलन के समर्थन में चंदवा मे किसान एकजुटता मंच ने रैली निकाली सड़क जाम कर सभा किया।

लातेहार।चंदवा। किसान संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रब्यापी अह्वान पर किसान एकजुटता मंच ने सुभाष चौक से आक्रोशपूर्ण रैली निकाली इंदिरा गांधी चौंक पर सड़क जाम कर सभा किया, रैली का नेतृत्व किसान एकजुटता मंच के संयोजक दिपू कुमार सिन्हा, किसान नेता अयुब खान, मंच के सह संयोजक असगर खान, सुरेश गंझु, बीरेंद्र कुमार, जितेन्द्र कुमार सिंह संयुक्त रूप से कर रहे थे, रैली में शामिल लोग किसान विरोधी कृषि बिल वापस लो, किसान विरोधी मोदी सरकार होश में आओ, किसान आंदोलन को दमन करना बंद करो, फरजी मुकदमा करना बंद करो आदि नारे लगा रहे थे, रैली सुभाष चौक से मुख्य शहर होते हुए इंदिरा गांधी पहुंचकर कर सड़क जाम और सभा मे तब्दील हो गई, सभा की अध्यक्षता रामयश पाठक ने की संचालन अयुब खान कर रहे थे, सभा को मंच के संयोजक दिपू कुमार सिन्हा, सुरेश गंझु, असगर खान, मोहन गंझु, जितेन्द्र सिंह, रविशंकर जाटव, सुरेन्द्र सिंह, हरि भगत, सितमोहन मुंडा, सुरेश कुमार उरांव, सर्जन उरांव,

कौलेश्वर कुमार जाटव, जमुना लाल धरभगत, रवि कुमार डे, मोनाजीर खान, पपन खान, सुरेश कुमार उरांव, बाबर खान, मो0 इजहार, रसीद मियां, बीरेंद्र कुमार ने संबोधित करते हुए वक्ताओं ने किसान आंदोलन पर केंद्र सरकार पर असंवेदनशील रवैया अपनाने का आरोप लगाया कहा कि अगर किसानों ने प्रदर्शन का शांतिपूर्ण रास्ता छोड़ दिया, तो देश में बड़ा संकट पैदा हो जाएगा और भाजपा सरकार इसके लिए जिम्मेदार होगी. बहुस्तरीय बैरिकैड और कंटीले तार लगाने तथा सड़कों पर कीलें ठोंके जाने को लेकर वक्ताओं ने सरकार की आलोचना की और दावा किया कि ऐसा तो अंग्रेजों के शासन के दौरान भी नहीं हुआ, कहा है कि गाज़ीपुर बॉर्डर पर स्थिति भारत – पाकिस्तान सीमा जैसी है और किसानों की स्थिति जेल के कैदियों जैसी है, आज अन्नदाताओं को सरकार उसके जमीन से हक छिन्ना चाह रही है जिसे सहन नहीं किया जाएगा, तीनों कृषि बिल के विरोध में किसानों के आंदोलन में हम सभी कंधे से कंधा मिलाकर हमेशा साथ खड़े रहेंगे, कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा असगर खान ने की, कार्यक्रम में सरफराज अहमद, रामपाल उरांव, जतरू मुंडा, बबलु राही, असगर अली, रसीद खान, मो0 एकराम, दिपू गंझु, रंजीत उरांव, सुगन लोहरा, कमल गंझु, सुरेन्द्र भगत, सुलेन्द्र उरांव, सुमन सुनील सोरेंग, निर्मल भारती, श्री राम शर्मा, मो0 रसीद, रिझरूस पाल एक्का, नारायण गंझु, दामोदर उपाध्याय, बालजी उरांव, कैलाश बैठा, सरवर अंसारी, धनेश्वर सिंह, मनीष भारती, अरुण भारती, छटन राम, बलेशर उरांव, विकास कुमार भगत, ललन राम, साजीद खान, बैजनाथ ठाकुर, सुलेन्दर गंझु, गनपति लोहरा, रमजान सांई चिस्ती, ननकु मियां, तबरेज खान, असरफुल खान, पचु गंझु, जितन गंझु, सनीफ मियां,

सुजीत कुमार, नवल मिंज, मनबहाल सिंह, प्रमोद गंझु, कबुतरी देवी, चारो उरांव, श्यामसुंदर उरांव, अलखदेव सिंह सहित बड़ी संख्या में प्रर्दशनकारी शामिल थे।

ब्यूरो बबलू खान की रिपोर्ट

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