गुमला जिला के घाघरा प्रखंड के ईटकिरी गांव के समीप पेड़ में लगा ये बोर्ड जिसमें हिंडाल्को जन सेवा ट्रस्ट की ओर से चिकित्सा केंद्र की सुविधा की बात की गई हैं,जो बिल्कुल ही बेमानी हैं! ईटकिरी गांव के समीप हिंडाल्को कंपनी की सेरे़गदाग, भैंसबथान ,जालिम (सनई) तीन माँईसे चलती है और हिंडाल्को कंपनी को इन तीन माँइंसो के बदले में यहां की ग्रामीण जनता को एक हाईटेक अस्पताल देना चाहिए था !ताकि ग्रामीण क्षेत्रों का विकास हो सके! किंतु हिंडाल्को कंपनी ने ईटकिरी गांव के पेड़ पर यह बोर्ड लगा रखा है और एक कमरा भाड़ा में ले रखा है !उसमें सप्ताह में सिर्फ बुधवार को एक डॉक्टर आते हैं, बैठते हैं! पर्ची लिख देते हैं की दवा बाहर से ले लेना !बहुत हुआ तो पेरासिटामोल टेबलेट फ्री में बांट देते हैं! बस कहानी खत्म !ना कोई मशीन, ना कोई सुविधा, ना कोई जांच घर (लैब) मरीजों के लिए कोई सुविधा नहीं है! सामाजिक विचार मंच यह मांग करती है कि हिंडाल्को कंपनी इस तरह बोर्ड लगाकर लोहरदगा- गुमला की जनता एवं प्रशासन को बेवकूफ बनाना बंद करें और जिला प्रशासन से भी मांग करती है कि यहां तीन माँईसे चलती हैं और ग्रामीण जनता को सुविधा के नाम पर कंपनी के द्वारा आज तक कुछ भी मुहैया नहीं कराया गया है! इस पूरे मामले की जांच करते हुए कंपनी पर सख्ती से कार्रवाई करते हुए ,ग्रामीणों के लिए खेल मैदान, अस्पताल ,पार्क,सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की कृपा करें
!बब्लू खान की रिपोर्ट