उत्तर भारत में शीतलहर के बीच मौसम विभाग ने क्यों दी शराब न पीने की की सलाह, पढ़ें IMD की चेतावनी

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साल 2020 जल्द ही गुजरने वाला है और लोग नए साल का स्वागत करने को तैयार हैं. कहीं नए साल के जश्न की तैयारियां हो रही है तो कहीं न्यू ईयर टूर प्लान किया जा रहा है. इस जश्न में मौसम खलल डाल सकता है. कहीं बर्फबारी, कहीं बारिश तो कहीं शीतलहर की संभावना जताई गई है.

इस शीतलहर के बीच एल्कोहल यानी शराब का सेवन स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है. इसको लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है. आईएमडी की चेतावनी में कहा गया है कि नए साल के जश्न के दौरान उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में रहेगा. इस दौरान न्यूनतम पारा तीन से चार डिग्री पर भी पहुंच सकता है.

क्यों दी गई शराब न पीने की सलाह?

आईएमडी के मुताबिक, ऐसी हांड़ कंपा देने वाली ठंड के बीच एल्कोहल के इस्तेमाल से शरीर और ठंडा पड़ सकता है. ऐसा करने से लोगों की तबीयत बिगड़ सकती है. इसलिए मौसम का तापमान बहुत कम रहने पर एल्कोहल का इस्तेमाल न करें. विशेषज्ञों की सलाह है कि कड़ाके की ठंड से मुकाबले के लिए ​घर के अंदर ही रहना सेफ है. इसके साथ ही विटामिन सी से भरपूर फल खाएं और अपनी त्वचा का भी ख्याल रखें.

बता दें कि सामान्यत: इस तरह की चेतावनी मौसम विभाग जारी नहीं करता. लेकिन लोगों को सेहत के प्रति सावधान करने के लिए मौसम विभाग ने ऐसी सलाह दी है. वर्तमान समय में दिल्ली शीतलहर की चपेट में है. न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री तक कम रह रहा है. इ​सलिए ठंड से बचने की जरूरत है.

जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल और उत्तराखंड में बर्फबारी

समचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, पीटीआई आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से आने वाले दिनों में मौसम प्रभावित रहेगा. पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी और बढ़ जाएगी।

कल से और बढ़ेगी शीतलहर

आईएमडी की चेतावनी के मुताबिक, पश्चिमी हिमालय से उत्तर-पश्चिमी दिशा में चलने वाली ठंडी और शुष्क हवाओं के चलते उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की कमी आएगी. श्रीवास्तव ने कहा कि 28 और 29 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी और उत्तरी राजस्थान में अलग-अलग इलाकों में शीतलहर और बढ़ने की संभावना है.

शीतलहर में सामान्य से 4.5 डिग्री गिर जाता है पारा

आईएमडी ने उत्तर भारत के मैदानी इलाकों के लिए भी शीतलहर की रिपोर्ट दी है. इस दौरान न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे रहने और यहां तक कि सामान्य से 4.5 डिग्री कम होने की संभावना है.

मौसम विभाग के मुताबिक, जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक जाता है या 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है, तब शीतलहर गंभीर हो जाती है. न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस के साथ बीता रविवार इस सीजन का अबतक का सबसे ठंडा दिन रहा है.