Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsair domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/u490868641/domains/newsrajdhani.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsair domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/u490868641/domains/newsrajdhani.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
देश की मस्जिदों और मदरसों में पैठ बढ़ा रहा है PFI, सुरक्षा एजेंसियों ने बढ़ाई सतर्कता – Rajdhani News
Fri. Nov 22nd, 2024

देश की मस्जिदों और मदरसों में पैठ बढ़ा रहा है PFI, सुरक्षा एजेंसियों ने बढ़ाई सतर्कता

नई दिल्ली: पिछले दिनों देश भर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के साथ- साथ दिल्ली और उत्तर प्रदेश में दंगे कराने की साजिश का आरोपी पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया यानि (PFI) संगठन पूरे देश में अपनी पहुंच बढ़ाने में लगा हुआ है.

इमामों को संगठन से जोड़ने में लगा हुआ है PFI

सुरक्षा एजेंसियों से जी न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक PFI देश के सभी मस्जिदों और मदरसों में अपनी घुसपैठ कर रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक PFI बड़ी संख्या में इमामों को अपने संगठन से जोड़ने में लगा हुआ है.

पिछले साल लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा मामले में पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था.

जिसके बाद उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध की सिफारिश करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी थी.

PFI से जुड़ गए हैं SIMI के मेंबर

उत्तर प्रदेश पुलिस की जांच में ये खुलासा हुआ था कि पीएफआई संगठन में इस्लामिक स्टूडेंट मूवमेंट ऑफ इंडिया यानि SIMI के ज्यादातर सदस्य जुड़ गए हैं. इन संगठनों के लोगों के पास से पूरे राज्य में आपत्तिजनक साहित्य और सामग्री बरामद की गई है. देखा जाए तो पिछले कुछ सालों में PFI ने दिल्ली, आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, केरल, झारंखड, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश राज्य में अपने नेटवर्क को मजबूत किया है.

लखनऊ में हुए दंगों में मिला PFI का हाथ

देश भर में एंटी सीएए पर भड़की हिंसा में कई जगहों में पीएफआई के सदस्य शामिल पाये गये हैं. यही नहीं मल्टी एजेंसी सेंटर (MAC) की रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ में हुए दंगे से कुछ महीनों पहले PFI से जुड़े लोगों ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बैठके की थीं. पीएफआई की गतिविधियों पर नज़र रखने वाले एक अधिकारी ने जी न्यूज को बताया है कि हम इस बात की जानकारी जुटाने में लगे हुए कि PFI ने अब तक देश के किन किन मदरसों में पहुंच बना ली है.

खाड़ी देशों से हो रही है PFI को फंडिंग

सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की जानकारी मिली है कि पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया (PFI) को खाड़ी के कुछ देशों से काफी फंडिग हो रही है. विदेशों से मिल रहे इस पैसे की वजह से जहां पीएफआई अपने संगठन को मजबूत कर रहा है, वहीं पूरे देश में अपनी पहुंच बनाने में लगा हुआ है. केरल और तमिलनाडु में हत्या, जेहादी गतिविधियों और उसके कुछ सदस्यों के आतंकी संगठन ISIS में शामिल होने के आरोपों के बाद पीएफआई की गतिविधियां देश के लिए चिंता बढ़ाने वाली हैं.

ED ने PFI के 26 ठिकानों पर मारे थे छापे

पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनीलॉन्ड्रिंग के मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के देश भर के 26 ठिकानों पर छापे मारे थे. जानकारी के मुताबिक, PFI के जिन ठिकानों पर छापे पड़े हैं उनमें केरल में पीएफआई अध्यक्ष ओ एम अब्दुल सलाम और राष्ट्रीय सचिव नसरुद्दीन एलामारन के परिसर भी शामिल हैं.

PFI की फंडिंग के स्रोत ढूंढ रहा है PFI

ED ने केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जगहों पर छापेमारी की कारवाई की थी. ईडी का तलाशी अभियान PFI की फंडिंग से संबंधित जांच को लेकर है. इस जांच के दौरान उसे कई सबूत मिले हैं. बताया जा रहा है कि ED को कार्रवाई के दौरान कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं, जिनकी छानबीन की जा रही है. ईडी के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में हिंसा के बाद ईडी ने दिल्ली मुख्यालय में एफआईआर दर्ज की थी. इसी मामले में यह छापे मारे गए थे.

Related Post