अगलगी के 1 सप्ताह बाद भी पीड़ित परिवारों को प्रखंड कार्यालय द्वारा राहत नहीं पहुंचाया जा सका—–
👉🏻 कड़ाके की ठंड में तिरपाल के नीचे रहने को हो रहे हैं विवश
👉🏻 माता पिता का साया नहीं होने पर पड़ोसी, परिजन एवं स्वयं छोटे-छोटे बच्चे बना रहे हैं अपना आशियाना
Jamshedpur Potka – – दीपावली की काली रात सुरेश सिंह एवं उनके छोटे – छोटे भाई – बहनों के लिए भारी पड़ा अपने चार छोटे छोटे भाई बहनों के साथ टूटी फूटी झोपड़ी में कैसे भी रुखा सुखा खाकर जीवन व्यतीत कर रहा था 8 वर्ष पहले माता पिता की मृत्यु के बाद बड़े भाई सुरेश सिंह माता पिता का फर्ज अदा कर रहा था. दीपावली को अचानक रात के 1:00 बजे झोपड़ी में आग लग गई आग लगने से दो घर जलकर स्वाहा हो गया प्रशासन की ओर से अब तक किसी तरह का राहत नहीं पहुंचाया जा सका है._