जमशेदपुर-21 नवम्बर।प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी झारखंड प्रदेश की सभी गौशालाओं में गौपास्टमी पर्व पूरे विधि विधान औऱ श्रद्धा के साथ 22 नवम्बर को मनाया जाएगा।यह जानकारी देते हुए झारखंड की सभी गौशालाओं के प्रांतीय संगठन झारखंड प्रादेशिक गौशाला संघ के प्रदेश महामंत्री अनिल मोदी ने बताया कि हिन्दू धर्म मे गौ माता का विशेष महत्व है।हिन्दू धर्म की संस्कृति और आत्मा गौ माता में बसती है।भारतवर्ष में यूं तो प्रत्येक दिन गौ माता की पूजा होती है।परंतु कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गौपास्टमी मनाई जाती है।इस पर्व का गौशालाओं के संदर्भ में विशेष महत्व है।इस वर्ष गौपास्टमी 22 नवम्बर को है।गौपास्टमी के दिन महिलाएं अपनें पारंपरिक परिधान पहन पूरे विधि विधान औऱ श्रद्धा से गौ पूजन करती है।और अपने परिवार एवं समाज की सुख शांति एवं ऐश्वर्य वृद्धि हेतु प्रार्थना करती है।उन्होनें बताया कि प्रदेश की सभी गौशालाओं में गौपास्टमी पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाते है।जिसमें गौशाला मेला,प्रदर्शनी,सांस्कृतिक कार्यक्रम इत्यादि शामिल है।परंतु इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण सभी गौशालाओं में सादे रूप से सिर्फ गौ पूजन किया जाएगा और पूरे विश्व को कोरोना से निजात दिलाने की गौ माता से प्रार्थना की जाएगी।उन्होंने प्रदेश के सभी धर्म प्रेमी गौ बंधुओं से आग्रह किया कि वे कोरोना महामारी में अपने एवं अपने परिवार का ख्याल रखें।एवं कोविड नियमों के अनुपालन के साथ गौ पूजन करें।