नई दिल्ली
बिहार में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपने संगठन में बड़े बदलाव किए हैं। पार्टी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय महामंत्री, राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) और राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री समेत कई बड़े पदों में बदलाव किए हैं। इसी बदलाव के तहत पार्टी ने बेंगलुरु दक्षिण से लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या को बड़ी जिम्मेदारी दी है। पार्टी ने तेजस्वी सूर्या को बीजेपी युवा मोर्चा का प्रेसीडेंट बनाया है।
तेजस्वी सूर्या बीजेपी के सबसे युवा सांसद हैं
तेजस्वी सूर्या दक्षिणी बेंगलुरु से बीजेपी के सबसे युवा सांसद हैं। तेजस्वी सूर्या मूल रूप से कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले के रहने वाले हैं और बासवांगुडी विधानसभा से विधायक एल.ए. रविसुब्रमण्यन के भतीजे हैं। सूर्या बीजेपी के साथ ही आरएसएस से भी जुड़े हुए हैं। तेजस्वी सूर्या पेशे से वकील और भाजपा युवा मोर्चा के महासचिव हैं। इसके अलावा भाजपा के 2019 के लिए गठित राष्ट्रीय सोशल मीडिया अभियान में भी वह अहम सदस्य हैं।
स्कूल दिनों से है तेजस्वी का आरएसएस से जुड़ाव
तेजस्वी सूर्या के पिता आईएएस और मां स्कूल टीचर हैं। लेकिन वह अपने चाचा और बीजेपी विधायक रवि सुब्रमण्यम से बहुत प्रभावित थे। तेजस्वी अपने स्कूल दिनों में आरएसएस की शाखा में जाया करते थे। कॉलेज से निकल कर तेजस्वी सूर्या कर्नाटक हाई कोर्ट में वकालत करने लगे, पर वह बीजेपी के युवा संगठन युवा मोर्चा से जुड़ गए, जल्द ही इसके प्रवक्ता बन गए। तेजस्वी सूर्या ने बेंगलुरु के इंस्टिट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज से पढ़ाई की है।
2014 में भी सूर्या काफी लोकप्रिय थे
2014 में भी सूर्या काफी लोकप्रिय थे और उन्होंने पुणे, चेन्नई और मुंबई में कई रैलियां की थी। सूर्या ने 2008 में एक एनजीओ भी खोला था जिसका नाम ‘एराइज इंडिया’ है। सूर्या कई वेबसाइट्स के लिए लिखते भी हैं। फेसबुक प्रोफाइल में अपनी रुचि के विषयों में उन्होंने कानून, राजनीति, अर्थशास्त्र, हिंदू संस्कृति और इतिहास दे रखा है। तेजस्वी अक्सर अपने विवादित भाषणों के कारण सुर्खियों में रहते हैं।
सूत्रों के अनुसार