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Fri. Jan 24th, 2025

भारतीय रेल के प्रबंधकों ने ‘नो बिल-नो पे’ कि शर्तों को दिखाया हरी झंडी

भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, स्टेशन के सभी स्टॉल पर ‘नो बिल नो पे’ (No Bill-No Pay) का बोर्ड लगाना अनिवार्य कर दिया है. रेलवे ने एक दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा कि भारतीय रेल के सभी जोनों एवं मंडलों के सभी स्टेशनों पर लगे स्टालों पर ‘नो बिल नो पे’ (No Bill-No Pay) का बोर्ड प्रदर्शित करना अनिवार्य है. साथ ही साथ पीओएस (Point on sale) मशीन भी लगाना जरुरी होगा, जहां कहीं भी निर्देश के पालन में कमी पाई जाएगी उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने का प्रावधान किया जाए.

पूर्व-मध्य रेल (ईसीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने सोमवार को बताया कि भारतीय रेल ने यात्रियों की सुविधा और अधिकार में वृद्धि करते हुए सभी जोन एवं मंडल को निर्देश जारी किया गया है कि सभी स्टेशनों पर उपलब्ध स्टालों पर नो बिल-नो पे का बोर्ड प्रदर्शित करना और पीओएस मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है.

जहां कहीं भी निर्देश के पालन में कमी पाई जाएगी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

शर्तों का पालन नहीं करने पर देना होगा जुर्माना-

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि स्टेशनों पर उपलब्ध सभी स्टॉल यात्रियों के भुगतान किए जाने पर उन्हें बिल देने की व्यवस्था करें और जो सुविधा प्रदाता इन शर्तों का पालन करने में असफल होते हैं उन्हें भारी जुर्माना देना होगा। उन्होंने कहा कि इस तरह से यह निर्णय यात्रियों की सुविधा की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा.पूर्व मध्य रेल भी यात्रियों की सेवा हेतु सदैव तत्पर है. पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री ललित चंद्र त्रिवेदी के द्वारा सभी मंडलों दानापुर, सोनपुर, धनबाद, समस्तीपुर एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के मंडल रेल प्रबंधको को इससे संबंधित दिशा निर्देश देते हुए इनका अनुपालन सुनिश्चित करने की बात कही गई है.

सभी डीआरएम यह सत्यापित करने या जांच करने की व्यवस्था करें कि स्टॉल पर ‘नो बिल-नो पे’ का बोर्ड लगा है कि नहीं एवं उन पर पीओएस मशीन उपलब्ध है एवं चालू रूप में है कि नहीं. यात्रियों के भुगतान किए जाने पर उन्हें बिल देने की व्यवस्था करें और जो सुविधा प्रदाता इन शर्तों का पालन करने में असफल होते हैं उन्हें भारी फाइन लगाया जाए.

‘ नो बिल-नो पे’ लोगों के लिए एक फायदेमंद सुत्र है कहते हुए भारतीय रेल के प्रबंधकों ने
इसे हरी झंडी दे दी है ।

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