मुंबई ड्रग्स केस में फिल्मी सितारों के पीछे लगे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को आगाह करते हुए केंद्र ने कहा है कि बेहतर होगा वह ड्रग पैडलर्स और ड्रग सिंडिकेट पर ध्यान केंद्रित करे.
पिछले ही हफ्ते न्यूज चैनलों से बातचीत में एनसीबी अधिकारियों ने जल्द ही अनेक फिल्मी सितारों को ड्रग्स मामले में पूछताछ के लिए बुलाने का खुलासा किया था. साथ ही एनसीबी से जांच को कुछ ‘धीमा’ करने को कहे जाने की जानकारी भी सूत्रों ने दी है.
सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले के बाद सूर्खियों में आए ड्रग्स केस में एनसीबी रिया चक्रवर्ती व सुशांत के कुछ सहयोगियों सहित दर्जनभर लोगों को गिरफ्तार कर चुका है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक केंद्र ने एनसीबी से कहा है कि ड्रग्स के व्यक्तिगत इस्तेमालकर्ताओं को परेशान करने की बजाय उसे ड्रग सिंडिकेट की धरपकड़ को प्राथमिकता देनी चाहिए. गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय ने केवल सुशांत मामले की जांच मुंबई पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंपने की बात कही थी.
बाद में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच से जुड़ गया, लेकिन किसी को बेवजह परेशान करना ठीक नहीं. सीबीआई डायरेक्टर आर.के. शुक्ला ने भी कभी ‘अति-उत्साह’ के संकेत नहीं दिए. एम्स की फोरेंसिक टीम के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता भी गला दबाने से सुशांत की मौत की बात को नकार चुके हैं.
बाद में ईडी ने भी सरकार को बताया कि मनी लांड्रिंग का कोई मामला नहीं बनता. इस बीच प्रधानमंत्री व गृह मंत्रालय को निजी व लिखित तौर पर अनेक लोगों ने सूचित किया है कि हर बात को राजनीतिक नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए.
भाजपा के भीतर के ही कई लोगों ने आलाकमान को बताया कि ड्रग्स मामले में सितारों को घसीटने का पार्टी को कोई राजनीतिक फायदा नहीं होगा.