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कैसे खत्म होगी कोरोना महामारी? सिर्फ ये 2 उपाय हैं

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस  मानों हमारी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। दुनियाभर के लोग इस कोविड-19 महामारी के साथ जीने की आदत डाल रहे हैं। अब दुनिया के हर देशों ने लॉकडाउन की पाबंदियां हटा दी है। लगभग 10 महीने से हम कोरोना महामारी के साथ जी रहे हैं। दुनियाभर में 9 लाख 56 हजार 881 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं भारत में कोरोना से 87 हजार 882 लोगों की जान गई है। ऐसे में हम सबके दिलों-दिमाग में एक ही सवाल है कि आखिर ये कोरोना महामारी खत्म कैसे होगी? आइए जानें हमारे पास इसको लेकर क्या विक्लप हैं।

कैसे खत्म होगी कोरोना (how will the pandemic end)

दुनियाभर के हजारों वैज्ञानिक और डॉक्टर इस सवाल का जवाब खोजने में लगे हैं।10 महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है लेकिन अभी तक हमें कोरोना का कारगर इलाज भी नहीं मिल पाया है। इसलिए कोरोना महामारी कैसे खत्म होगी और कब तक खत्म होगी? इस सवाल का फिलहाल सटीक उत्तर नहीं है। लेकिन दुनियाभर के वैज्ञानिकों और डॉक्टर ने इतना तो साफ कर दिया है कि इस महामारी से बचने का हमारे पास दो ही ऑप्शन (उपाय) है- पहला मेडिकल एंडिंग, जिसमें इलाज और वैक्सीन है। दूसरा है- सोशल एंडिंग यानी सामाजिक प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन।

महामारी खत्म करने के लिए ये ऑप्शन हैं बेस्ट, जानें कैसे

जब इतिहास में जाते हैं और पिछली वैसी महामारियों के बारे में पढ़ते हैं, जिसने मानव जगत को त्रस्त कर दिया था, तो आपको पता चलेगा कि उस वक्त भी इन महामारियों को खत्म करने के लिए उनके पास यही दो संभावनाएं थीं। मेडिकल हेल्प और सामाजिक रूप से उसको खत्म करना।

यही दो उपाय आपके पास हैं जो कोरोना महामारी के खत्म होने की वजह बन सकती है। वैक्सीन तो मेडिकल साइंस पर आधारित है। इसलिए इसपर आम नागरिक का कोई जोर नहीं। लेकिन जो दूसरा विकल्प है सामाजिक प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना,उसे हम अपनी जिंदगी का हिस्सा बना सकते हैं। सरकार और मेडिकल टीम द्वारा दी जारी कोरोना की सारी गाइडलान्स का पालन करने से हम इस बीमारी की चपेट में आने से बच सकते हैं। सामाजिक प्रोटोकॉल के सख्ती से पालन करके महामारी के संक्रमण की तीव्रता को रोका जा सकता है।

हम महामारी के मेडिकल एंडिंग कैसे पहुंचेंगे?

महामारी के मेडिकल एंडिंग का एक ही ऑप्शन है वैक्सी। वर्तमान वक्त में 165 से अधिक वैक्सीन प्रीक्लिनिकल और क्लिनिकल ट्रायल के अलग-अलग चरणों में है। उनमें से 33 वैक्सीन ह्यूमन ट्रायल के लास्ट स्टेज में पहुंच गए हैं। अच्छी खबर यह है कि भले ही वैक्सीन (टीका) पूरी तरह से प्रभावी नहीं होगा लेकिन फिर भी यह महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने में प्रभावी होगा।

अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथोनी फौसी के अनुसार एक वैक्सीन जो सुरक्षित है और 50 से 60 प्रतिशत भी प्रभावी होगा, उसको इजाजत दी जाएगा। हालांकि
वैज्ञानिकों का लक्ष्य वैसे वैक्सीन का उत्पादन करना है जो 75 प्रतिशत प्रभावी हो।

भारत में कोरोना के 54,87,580 मामले, 87,882 मौतें

भारत में सोमवार (21 सितंबर) को कोविड-19 के 86,961 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़ कर 54 लाख 87 हजार 580 हो गए। पिछले 24 घंटे में 1,130 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 87,882 हो गई।43 लाख 96 हजार 399 लोग देश में कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। एक्टिव केसों की संख्या 10,03,299 है, इलाज जारी है, जो कुल मामलों का 18.28 प्रतिशत है। देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़ कर अब 80.12 प्रतिशत हो गई।

मृत्यु दर गिर कर 1.6 प्रतिशत हो गई है। भारत में कोविड-19 के मामले 21 दिन में 10 से 20 लाख के पार हुए थे। इसके बाद 16 दिन में में 20 से 30 लाख और 13 दिन में 30 से 40 लाख का आंकड़ा पार किया था। वहीं, 40 लाख से 50 लाख की संख्या पार करने में केवल 11 दिन लगे।

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