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Wed. Feb 5th, 2025

युवक का अपहरण कर मांगी जा रही थी फिरौती, अपराधी हुआ गिरफ्तार

सुनसान इलाके और बस स्टैंड में लोगों को लूटता था अशफाक और तौसीफ

 

रामगढ़। शहर के एक युवक का अपहरण कर अपराधी फिरौती मांग रहे थे। लेकिन अपराधियों की योजना रामगढ़ पुलिस की सक्रियता से विफल हो गई। पुलिस ने ना सिर्फ अपहृत युवक को सकुशल बरामद कर लिया, बल्कि एक अपराधी को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इस मामले की जानकारी शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसपी अजय कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि शहर में फोटोग्राफी का काम करने वाले युवक अनिल कुमार का गुरुवार की शाम रामगढ़ बस स्टैंड से दो लोगों ने अपहरण कर लिया था। अपहरणकर्ताओं ने पहले तो अनिल के पास मौजूद सारी रकम लूट ली। इसके बाद उसी के मोबाइल फोन से उसके पिता को फोन कर 50 हजार रुपए की फिरौती की मांग की। इस मामले में एक अपराधी हजारीबाग जिले के कटकमसांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत पेलावल गोदखर रोड निवासी अशफाक उर्फ राजू पिता कमरुद्दीन को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही एक अन्य अपराधी लौहसिंघना थाना क्षेत्र के कल्लू चौक निवासी तौसीफ जावेद पिता जावेद इजहार भागने में सफल रहा। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

 

हजारीबाग तक लिफ्ट देने के बहाने किया अपहरण

 

एसपी अजय कुमार ने बताया कि पेशे से फोटोग्राफर अनिल बस स्टैंड में हजारीबाग की गाड़ी पकड़ने गया था। वहीं पर अशफाक और तौसीफ जावेद उसे मिले। उन लोगों ने अनिल को हजारीबाग तक लिफ्ट देने की बात कही। बाइक से वे लोग जब हजारीबाग की तरफ निकले तो रास्ते में ही उसके गले पर अपराधियों ने चाकू रख दिया। उसके सारे पैसे लूटने के बाद अनिल के पिता मुर्रामकला, ब्लॉक के पास रहने वाले दिनेश महतो को 50 हजार रुपए के लिए फोन किया। नहीं देने पर बेटे से हाथ धोने की धमकी दी। दिनेश महतो ने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलते ही एसपी अजय कुमार ने दो अलग-अलग टीम बनाई और अपराधियों को गिरफ्तार करने की योजना तैयार कर डाली।

 

फिरौती के लिए बारकोड शेयर कर रहे थे अपराधी

 

अशफाक और तौसीफ ने अपहरण की घटना को अंजाम देने के बाद फिरौती की रकम लेने के लिए बारकोड का इस्तेमाल किया था। जब तक पैसे नहीं मिल जाते तब तक उन लोगों ने अनिल को एक खराब पड़े बस में हाथ पैर बांधकर रखा था। एसपी ने बताया कि अपराधी लगातार अनिल के पिता को फोन लगा रहे थे और पैसे नहीं देने पर धमकियां दे रहे थे।

 

कमजोर लोगों को अपना शिकार बनाते थे दोनों अपराधी

 

अशफाक और तौसीफ अक्सर कमजोर लोगों को अपना शिकार बनाते थे। वे वैसे लोगों को तलाश करते थे जो रात में अकेले निकलते हो और शारीरिक रूप से कमजोर हो। उन लोगों को सुनसान स्थान पर ले जाकर उनसे रुपए छीनते थे। साथ ही ऑनलाइन में मौजूद पेमेंट भी किसी दूसरे साथी के बारकोड में ट्रांसफर कराते थे। उन्होंने ऐसी कई वारदातों को अंजाम दिया है। लेकिन डर से किसी ने भी उनके खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई।

 

टीम में ये थे शामिल

 

एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद, रामगढ़ थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार, सब इंस्पेक्टर सुमंत कुमार राय, उपेंद्र कुमार, एएसआई सुजीत कुमार सिंह, आरक्षी निकेत कुमार, गोराई महतो सहित रामगढ़ थाना के रिजर्व गार्ड शामिल थे।

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