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Sat. Mar 15th, 2025

डायन कुप्रथा को लेकर महुआडांड़ के दुरूप पंचायत के दौना ग्राम में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान।

महुआडांड़ प्रखंड स्थित दुरूप पंचायत के सुदूरवर्ती ग्राम दौना में रविवार को शंख धारा महिला विकास मण्डल कुरो के द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से गाँव गाँव जाकर फैली अंधविश्वास व डायन कुप्रथा को लेकर अभियान चलाया जा रहा है । इस अभियान में शंखधारा महिला विकास मण्डल कुरो के सचिव मीणा उरांव, अध्यक्ष नीलिमा तिग्गा के द्वारा आज सामाज में फैली डायन बिसाही, अंधविश्वास व कुरीतियों को दूर करने से सबंधित कई जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि झारखण्ड राज्य में किसी भी महिला को डायन के रूप में पहचान करने, उसका शोषण, प्रताड़ित, अपमान, शारीरिक नुकसान पहुंचाने या हत्या करने वालों के विरुद्ध झारखण्ड झारखंड सरकार ने विशेष कानून डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम 2001 पारित किया है। जिसके तहत किसी भी व्यक्ति को डायन विशाही को लेकर अगर प्रताड़ित किया जाता है तो वह कानूनन अपराध है। वहीं इस सम्बन्ध में ग्राम प्रधान दानियाल वृजिया व उप ग्राम प्रधान बेंजामीन ठिठियो ने बताया कि दौना गाँव आदिम जनजाति बहुल गाँव है जहाँ लगभग 115 घर निवास करते हैं। जो कि आज से लगभग 30 वर्ष पूर्व कई लोग इस कुप्रथा व अंधविश्वास के राह पर चला करते थे, परन्तु अब गाँव में शिक्षित लोग होने से धीरे धीरे यह अंधविश्वास दूर होता जा रहा है। आगे उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम गाँव में बहुत ही कारगर सिद्ध होगा। इस कार्यक्रम में टीम के शनीचरवा उरांव, प्रमिला टोप्पो, सूर्यमनी उरांव, शांति उरांव, ज्योति कुजूर, जसमिनी उरांव, सधनि उरांव, बीआरपी ललिता देवी, महिला सक्रिय सिलबिनिया ठिठियो व गाँव के सैंकड़ो लोग शामिल हुए।

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