झारखंड राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ सुरक्षा सप्ताह के तहत लगाए गए लॉक डाउन में अब चालक वर्ग को काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है , वैसे राज्य सरकार ने कोरोना के संक्रमण को रोकने हेतु ये लॉक डाउन लगाया है परंतु इसके असर अलग अलग वर्गों पर अलग अलग तरीके से दिख रहा है ।
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जमशेदपुर शहर की अगर बात की जाए तो यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सबसे आसान माध्यम ऑटो है , और इन्ही ऑटो चालकों को लॉक डाउन के नियमों ने उलझा दिया है । दरअसल राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए नियमों के तहत जिला प्रसाशन ने शहर में चलने वाले ऑटो चालकों के लिए दो सवारी का नियम लगाया है और यही इन ऑटो चलकों के लिए परेशानी का सबब बन गया है , तमाम ऑटो चालक इस नियम से खासे नाराज और परेशान है । ऑटो चलकों के अनुसार जो माध्यम वर्गीय तबके के लोग है वही ऑटो में सवारी करते हैं और वो सवारी इतने सक्षम नही है कि दो गुने से ऊपर भाड़ा वे दे सके , एक तरफ पेट्रोल डीजल की कीमतें आसमान छू रही है वहीं पैसेंजर में कमी होने से ऑटो चालकों की आमदनी लगभग बंद सी हो गई है , ऑटो चालकों के अनुसार वर्तमान समय मे डीजल के दाम और सरकारी नियमों के तहत अगर दो सवारी का नियम पालन किया जाएगा तो एक ट्रिप में ऑटो चालक को केवल 5 रुपये बचेंगे , ऐसे में तो उनके समक्ष भुखमरी की स्तिथि उत्पन्न हो जाएगी । ऑटो चालकों के अनुसार जिला प्रसाशन उन्हें पैसेंजर बढ़ाने की अनुमति दे ताकि वो भुखमरी के कगार पर पहुँचने से बच सके ।