नई दिल्ली, एजेंसियां। गूगल ने बुधवार को कहा कि एक बार अपने सिस्टम से थर्ड पार्टी कुकीज को खत्म करने के बाद वह लोगों के इंटरनेट ब्राउजिंग पर नजर रखना छोड़ देगी। कंपनी ने कहा कि उसके लिए लोगों की निजता की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता है। वह क्रोम पर ब्राउजिंग करने वाले व्यक्तियों की पहचान के लिए कोई वैकल्पिक तकनीक नहीं विकसित करेगी।
पिछले साल जनवरी में कंपनी ने एलान किया था कि वह अगले दो वर्षो में चरणबद्ध तरीके से अपने ब्राउजर क्रोम को थर्ड पार्टी कुकीज से मुक्त बना देगी। थर्ड पार्टी कुकीज छोटे-छोटे कोड होते हैं, जिनका उपयोग वेबसाइट के विज्ञापनदाता यूजर के व्यक्तिगत ब्राउजिंग को रिकॉर्ड करने के लिए करते हैं।
इसके आधार पर व्यक्तियों की रुचि का पता लगाया जाता है और उसी के मुताबिक उन्हें ऑनलाइन विज्ञापन भेजे जाते हैं।
एक ब्लॉगपोस्ट में गूगल ने कहा कि व्यक्तिगत यूजर के डाटा का हजारों कंपनियों में प्रसार हुआ है, आमतौर पर इसे थर्ड पार्टी कुकीज के जरिये एकत्र किया जाता है और इसकी वजह से लोगों का विश्वास कम हुआ है।
गूगल ने पेव रिसर्च सेंटर के डाटा का हवाला दिया है, जिसके मुताबिक अधिकतर लोग मानते हैं कि वो जो कुछ भी ऑनलाइन करते हैं, उस पर विज्ञानदाता, तकनीकी कंपनियां या अन्य कंपनियां नजर रखती हैं। अधिकतर लोगों का यह भी कहना है कि डाटा एकत्र करने से उन्हें संभावित जोखिम रहता है।
गूगल ने कहा कि अगर डिजिटल विज्ञापनों और व्यक्तिगत डाटा के उपयोग को लेकर लोगों की बढ़ती चिंताओं को दूर नहीं किया जाता है तो हम मुफ्त और मुक्त वेब के भविष्य को खतरे में डालते हैं। कंपनी ने कहा कि इसलिए उसने पिछले साल थर्ड पार्टी कुकीज को हटाने की घोषणा की थी।