जमुआ के प्रखंड विकास पदाधिकारी बिनोद कुमार कर्मकार ने कहा कि बकरी पालन से स्वयं सहायता समूह की महिलायें आत्मनिर्भर बनेगी । वे मंगलवार को जमुआ प्रखंड के दुम्मा में नाबार्ड और आइडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बकरी पालन के दो दिवसीय रिफ्रेशर ट्रेनिंग के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि महिला और पुरुष घर के विकास के दो पहिया हैं । केवल पुरुष के भरोसे घर परिवार का विकास नहीं हो सकता । विकास में महिलाओं की भागीदारी भी महत्वपूर्ण है । प्रशिक्षु डिप्टी कलेक्टर एकता वर्मा ने कहा कि महिलाओं को अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए कोई न कोई व्यवसाय से जुड़ना जरूरी है । बकरी पालन सबसे अच्छा व्यवसाय है । बैंक ऑफ इंडिया जमुआ के शाखा प्रबंधक मो वसीम अकरम अंसारी ने कहा कि गाँव के विकास के लिए बैंक प्रतिबद्ध है । बहुत जल्द महिलाओं को बकरी पालन के लिए बैंक ऋण मुहैया करायेगा ताकि स्वरोजगार अपनाकर आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन सके।
आइडिया के प्रोग्राम डायरेक्टर संतोष पांडेय ने बकरी पालन को लेकर आगे की कार्ययोजना की जानकारी दी । उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित महिलायें शीघ्र बकरी पालन को व्यवसाय का रूप देगी । प्रशिक्षक अशोक कुमार यादव ने जनवरी से लेकर दिसम्बर तक मौसम के अनुसार बकरी पालन में ध्यान देने योग्य बातों की विस्तार से जानकारी दी । प्रशिक्षक पंकज कुमार वर्मा और पशु सखी गायत्री देवी ने बकरी पालन में गर्भवती बकरियों और मेमनों की देखभाल की विस्तृत जानकारी दी ।कार्यक्रम में आइडिया के प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर मुकेश कुमार , सुरेन्द्र शर्मा सहित पाँच एसएचजी की कुल साठ महिलाओं ने भाग लिया ।
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