एसडीपीओ राजकुमार मेहता दर्जनों गरीब युवतीयो का अपने स्तर से करा चुके हैं शादी
घाटशिला :-
आदर्श ग्राम योजना के तहत एसडीपीओ राजकुमार मेहता ने गालूडीह थाना क्षेत्र के हेंदलजुडी गांव के सबर टोला को गोद लेने के बाद गांव की सुरत धिरे धिरे बदलने लगी है।
दो माह पहले ही लिया है गांव को गोद
एसडीपीओ राजकुमार मेहता ने गांव के इस सबर टोला को गोद लिया था अब उस गांव के सबर टोला लोगों एवं आम लोगों के लिए एक उदाहरण बन चुका है इस गांव के टोला के बदलते सूरत को देखकर गांव वाले भी
भूमिका निभानी शुरू कर दी है। एसडीपीओ राजकुमार मेहता ने आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिए गए गांव के इस टोला में अभी तक अपने वेतन के पैसे से लाखों रुपए खर्च कर गांव के बच्चों, बुढ़े एवं महिला पुरुषों के बीच पाठ्य पुस्तकें, खाने पिने के समान, एवं खेलकूद के समान बाट चुके हैं।
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प्राथमिक विद्यालयों में अच्छी सुविधाएं दिलाने का प्रयास
प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में एसडीपीओ के द्वारा इस टोला में खासा काम किया जा रहा है। साथ ही यहां के आंगनबाड़ी केंद्र बड़े प्राइवेट प्ले स्कूलों में भी टोला के बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए आंगनवाड़ी केंद्र को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ डिजिटल तरीके से जोड़ कर 3-6 साल की उम्र के बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा दिलाने के लिए व्यवस्थित क्लासरूम, लिखने-पढ़ने के लिए तमाम संसाधनों की उपलब्धता, पेयजल के लिए वॉटर फिल्टर, सौर ऊर्जा और प्रशिक्षित आंगनवाड़ी शिकक्षिकाएं के प्रयास में लगे हुए हैं। साथ ही छात्रों के अंदर अध्ययन को लेकर रुचि पैदा करने के लिए विद्यालय में एक अच्छी लाइब्रेरी की व्यवस्था भी करने के लिए जुटे हुए हैं। साथ ही कमजोर छात्रों को अच्छी शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसडीपीओ राजकुमार मेहता की ओर से 2 घंटे अतिरिक्त ट्यूशन एवं छात्रों के अंदर बोलने की शैली को विकसित करने के की व्यवस्था की गई है। एसडीपीओ के इस प्रयासों के चलते धिरे धिरे टोला का सूरत बदलना शुरू हो गई है। जिस कारण गांव के लोग काफी खुश हैं।
गांवों में स्वच्छता को लेकर भी कर रहे हैं काम
गांव में स्वच्छता को लेकर गांव के हर घर में शौचालय का निर्माण करने के लिए विभाग से कूड़ेदान और सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था भी कराने का प्रयास कर रहे हैं । इस संबंध में गांव के लोगों से पता चला कि विभिन्न संस्थाओं के जरिए गांव में स्वच्छता को लेकर जागरूकता के कार्यक्रम कराए जाने के लिए गांव के लोग अब गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाने की जिम्मेदारी खुद की मानने लगे हैं।
आवास के क्षेत्र में भी बढ़ा रहे हैं क़दम
आवास के क्षेत्र में भी एसडीपीओ इन दोनों गांवों में तेजी से काम करवाने का प्रयास विभाग की ओर से कर रहे हैं ताकि उन्हें आवास उपलब्ध कराया जा सके। इस टोला के 14 गरीब सबर परिवारों ने बताया कि हमारे अव्यवस्थित जीवन को एसडीपीओ राजकुमार मेहता ने बदल का प्रयास कर रहे हैं।
ये हैं समस्याएं
एसडीपीओ के लाखों प्रयास के बाद भी टोला में दो प्रमुख समस्याएं अभी भी दिख रही है । पहली, गांव में स्वास्थ्य के क्षेत्र में संतोषजनक काम नहीं हुआ है। गांव के लोगों के अनुसार, गंभीर स्वास्थ्य परिस्थितियों में गांव के लोगों को 5 से 6 किलोमीटर दूर अनुमंडल अस्पताल जाना पड़ता है।
दूसरी समस्या रोजगार के अवसरों में कमी है। गांवों में लोगों को कौशल प्रशिक्षण नहीं होने के कारण रोजगार से दूर हैं जिस कारण गांव की एक बड़ी आबादी गांव से निकलकर बाहर शहर तक दैनिक मजदूरी पर काम करने जा रहे है। ग्रामीणों के अनुसार, गांव के आस-पास में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध होने चाहिए। इसके लिए यहां के स्थानीय विधायक, सांसद एवं जनप्रतिनिधियों को भी तेजी से विकास के कार्यों को करना होगा। तब जाकर कहीं गांव के इस टोला के साथ साथ क्षेत्र एवं अनुमंडल को विकास की मुख्य धारा में हर वर्ग, हर क्षेत्र और हर तबके को ला सकेंगे।
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केन्द्र सरकार ने 11 अक्टूबर, 2014 को आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत की थी। उसके बाद जनप्रतिनिधियों के द्वारा गोद लिए गए गांव में उतना विकास नहीं हो सका है जितना होना चाहिए था। लेकिन एसडीपीओ राजकुमार मेहता के द्वारा गोद लिए गए सबर टोला में धिरे धिरे लोगों को विकसित करने का प्रयास जारी हैं। हर सप्ताह एसडीपीओ टोला में जाकर लोगों की कुशलता जानने का प्रयास करते हैं ।
क्या कहते एसडीपीओ राजकुमार मेहता
घाटशिला अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) राजकुमार मेहता का कहना है कि जिस गांव के सबर टोला को हमने गोंद लिया है उस गांव के सूरत बदलने का पू कर रहे हैं । प्रयास है कि हम अपने स्तर से हो या फिर संबंधित विभाग से वार्ता करते टोला में हर सुख सुविधा मुहैया करा कर टोला में रहने वाले सभी लोगों कि विकास कर सभी को शिक्षित बना सके ।
घाटशिला कमलेश सिंह