जमशेदपुर: ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी सोसायटी (JOGS) का 53वां द्विवार्षिक सम्मेलन 13 दिसंबर 2025 को जमशेदपुर में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। एक दिवसीय इस शैक्षणिक सम्मेलन में शहर सहित आसपास के क्षेत्रों से लगभग 120 स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया। सम्मेलन का उद्देश्य मातृ एवं भ्रूण स्वास्थ्य से जुड़ी आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों पर गहन विमर्श और वैज्ञानिक सहयोग को प्रोत्साहित करना रहा।
इस वर्ष सम्मेलन की थीम “भ्रूण स्वास्थ्य का आजीवन स्वास्थ्य पर प्रभाव” रही, जो वर्तमान वैश्विक चिकित्सा परिदृश्य में अत्यंत प्रासंगिक मानी जा रही है। सत्रों के दौरान प्रारंभिक एवं सटीक भ्रूण स्क्रीनिंग, उन्नत जेनेटिक जांच, समय पर परामर्श व हस्तक्षेप, तथा हाई-रिस्क गर्भावस्था में बेहतर भ्रूण निगरानी और इमेजिंग तकनीकों पर विस्तार से चर्चा की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत मेडीक्विज से हुई, जिसमें टाटा मेन हॉस्पिटल, टाटा मोटर्स हॉस्पिटल और एमजीएम मेडिकल कॉलेज के स्नातकोत्तर छात्रों की छह टीमों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों की क्लीनिकल दक्षता के साथ दर्शकों की सक्रिय भागीदारी भी देखने को मिली।
इसके बाद आयोजित अल्ट्रासाउंड वर्कशॉप सम्मेलन का प्रमुख आकर्षण रही। इसमें प्रारंभिक गर्भावस्था मूल्यांकन, भ्रूण विकृति की पहचान, डॉप्लर अध्ययन और उन्नत इमेजिंग तकनीकों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। विशेषज्ञ फैकल्टी द्वारा दी गई साक्ष्य-आधारित प्रस्तुतियों को प्रतिभागियों ने सराहा।
दिनभर चले वैज्ञानिक सत्रों में इंटरएक्टिव चर्चा, केस-बेस्ड लर्निंग और विचार-विमर्श हुआ। मातृ-भ्रूण चिकित्सा की प्रख्यात विशेषज्ञ डॉ. सीता राम मूर्ति पाल, डॉ. प्रीति दुबे, डॉ. तुलिका जोशी और डॉ. सौम्या श्रीवास्तव ने अपने व्याख्यानों से चिकित्सकों को नवीन जानकारियां प्रदान कीं।
सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन शाम को होटल रामाडा में हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. विनीता सिंह (जीएमएमएस, टाटा मेन हॉस्पिटल) तथा विशिष्ट अतिथि डॉ. साहिर पाल (सिविल सर्जन, पूर्वी सिंहभूम) ने अपने प्रेरक संबोधनों से आयोजन की गरिमा बढ़ाई।
इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सकों डॉ. ममता रथ दत्ता, डॉ. एच.सी. बंधु, डॉ. बनिता सहाय, डॉ. इंदु चौहान एवं डॉ. रेनुका चौधरी की गरिमामयी उपस्थिति रही।
JOGS की अध्यक्ष डॉ. मौसमी दास घोष ने सभी अतिथियों, वक्ताओं और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। वहीं सचिव डॉ. अर्चना बारिक, डॉ. अनिशा चौधरी एवं डॉ. लीला शर्मा ने आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने वाले प्रायोजकों और स्वयंसेवकों का धन्यवाद किया। सम्मेलन मातृ एवं भ्रूण स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ।

