चाईबासा: खरीफ विपणन मौसम 2025-26 के तहत 15 दिसंबर 2025 से शुरू हो रही धान अधिप्राप्ति योजना के अंतर्गत पश्चिमी सिंहभूम जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त चंदन कुमार ने तांतनगर प्रखंड में धान अधिप्राप्ति केंद्र का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने फीता काटकर किसानों से धान की खरीद प्रक्रिया की शुरुआत कराई।
कार्यक्रम में सदर चाईबासा अनुमंडल पदाधिकारी संदीप अनुराग टोपनो, जिला आपूर्ति पदाधिकारी सुनीला खलको, जिला सहकारिता पदाधिकारी अमृता कुमारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी आशीष पवन लकड़ा, जिला परिषद सदस्य, प्रखंड प्रमुख, स्थानीय मुखिया एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
शुभारंभ के बाद उपायुक्त ने धान अधिप्राप्ति केंद्र का निरीक्षण किया और वहां उपलब्ध तौल मशीन, बोरा, नमी मापक यंत्र, ई-पोश मशीन सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में झारखंड सरकार द्वारा सामान्य श्रेणी के धान के लिए 2450 रुपये प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य, बोनस सहित, एकमुश्त प्रदान किया जा रहा है।
उपायुक्त ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष धान खरीद के बाद भुगतान की प्रक्रिया को सरल और तेज बनाया गया है। धान की खरीद के एक सप्ताह के भीतर ही किसानों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया जाएगा। उन्होंने किसानों को किसान ई-उपार्जन पोर्टल पर निबंधन कराने की जानकारी दी और बताया कि एप्लीकेशन के माध्यम से स्लॉट बुक कर किसान अपने समय अनुसार धान की बिक्री कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि धान अधिप्राप्ति के लिए प्रति किसान अधिकतम सीमा 200 क्विंटल निर्धारित की गई है। उपायुक्त ने किसानों से अपील की कि वे बिचौलियों से सावधान रहें और अपनी फसल औने-पौने दाम पर न बेचें।
जिले में कुल 16 धान अधिप्राप्ति केंद्र निर्धारित किए गए हैं, जहां किसान अपनी फसल बेचकर समर्थन मूल्य का लाभ उठा सकते हैं।

