रांची : भारत की अग्रणी वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने दक्षिण एशिया की प्रमुख निर्माण उपकरण प्रदर्शनी एक्सकॉन 2025 में अपने नवाचार आधारित और टिकाऊ गतिशीलता (मोबिलिटी) समाधानों की विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की। इस दौरान कंपनी ने डीप माइनिंग क्षेत्र में प्रवेश करते हुए अपना अब तक का सबसे शक्तिशाली टिपर प्राइमा 3540.के ऑटोशिफ्ट लॉन्च किया। कंपनी का कहना है कि यह नया टिपर कठिनतम परिचालन परिस्थितियों में भी उच्च प्रदर्शन देने के लिए तैयार किया गया है। इसमें बेहतर ईंधन दक्षता, मज़बूत संरचना और उन्नत सुरक्षा सुविधाएँ दी गई हैं। कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट और बिज़नेस हेड – ट्रक्स राजेश कौल ने कहा कि “देश में तेजी से बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और खनन गतिविधियों के बीच ग्राहकों को भरोसेमंद, टिकाऊ और उत्पादक वाहनों की आवश्यकता है। प्राइमा 3540.के इन्हीं जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है और यह डीप माइनिंग सेगमेंट में हमारी मजबूत उपस्थिति को दर्शाता है। उन्होंने यह भी कहा कि टाटा मोटर्स टिकाऊ मोबिलिटी की दिशा में निरंतर काम कर रही है। इसी क्रम में कंपनी ने पूर्ण-इलेक्ट्रिक टिपर प्राइमा ई.28.के और देश का पहला फैक्ट्री-फिटेड सी.एन.जी. टिपर सिग्ना 2820.टी.के सी.एन.जी. भी पेश किया है। ये मॉडल उच्च उत्पादकता, कम परिचालन लागत और पर्यावरण के अनुकूल संचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विकसित किए गए हैं। एक्सकॉन में टाटा मोटर्स ने अपने उन्नत यंत्रांश (एग्रीगेट्स), इंजन और जनरेटर सेट की नई श्रृंखला भी प्रदर्शित की, जो निर्माण और आधारभूत संरचना क्षेत्र में बेहतर टिकाऊपन और लंबे परिचालन जीवन के लिए डिजाइन की गई है। कंपनी का कहना है कि यह श्रृंखला आने वाले वर्षों में निर्माण और खनन उद्योग को नई दिशा देगी।

