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Sat. Apr 5th, 2025

नया संसद भवन भारतीय संस्कृति एवं आधुनिकता का अनुपम संगम – विजय आनंद मूनका*

सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष विजय आनंद मूनका के नेतृत्व में विगत दिनों दिल्ली में संसद भवन का दौरा किया। नये संसद भवन का विशाल रूप अनेक भारतीय संस्कृति की झलक के साथ आज के अनुरूप आधुनिकता की एक मिसाल है। यह बातें चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कही।

चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने संसद भवन दौरे को लेकर कहा कि इसे देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि नया संसद भवन भविष्य में देश की राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुये निर्मित किया गया है। जो निर्माण एवं वस्तुकला से विशाल एवं भव्य रूप लिये हुये है और यह हमारे देश के भविष्य को भी परिलक्षित कर रही है। अध्यक्ष ने कहा कि विभिन्न राज्यों की कलाकृतियों से सुसज्जित नया संसद भवन भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का एक नया संगम है। इस संसद भवन में हरित निर्माण तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे पुराने संसद भवन की तुलना में बिजली की खपत भी काफी हद तक कम होगी। जिसे अगले 150 वर्षों तक टिकने और भूकंपों को झेलने के हिसाब से डिजाईन किया गया है। इसमें वर्षा जल संचयन और पुनर्चक्रण प्रणाली को भी शामिल किया गया है, जो जल ही जीवन को दर्शाती है।

मानद महासचिव मानव केडिया ने बताया कि नये संसद भवन में छह द्वार बनाये गये हैं जिनमें प्रत्येक का नाम किसी प्राणी के नाम पर रखा गया है और उस पर उसकी छवि अंकित की गई है। जैसे गजद्वार में हाथी, अश्व द्वार में घोड़ा, गरूड़ द्वार में पक्षियों के राजा गरूड़, मकर द्वार में पौराणिक समुद्री जीव, शार्दूल द्वार में शेर के सिर वाला प्राणी और हंस द्वार में हंस इस तरह इसे जीव-जन्तुओं के संरक्षण के लिये भी अनूठी मिसाल पेश की गई है।

प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रतिनिधियों उपाध्यक्ष अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, पुनीत कांवटिया, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, सचिव भरत मकानी, अंशुल रिंगसिया एवं बिनोद शर्मा ने भी नये संसद भवन की तारीफ की।

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