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Wed. Apr 2nd, 2025

पूर्व सीएम चम्पाई सोरेन ने किया ओडिशा के ओला वृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा, राहत कार्य शुरू करवायेंगे*

ओडिशा में ओला वृष्टि प्रभावित गांवों में पहुंचे पूर्व सीएम चंपई सोरेन, राहत कार्य शुरू करवायेंगे*

मयूरभंज। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन आज मयूरभंज जिले के बिसोई प्रखंड अंतर्गत केसरगढ़िया गांव पहुंचे, जो 20 मार्च को हुई ओलावृष्टि में पूरी तरह से तबाह हो चुका है। वहाँ के ग्रामीणों से मिल कर, उन्होंने हालात का जायजा लिया तथा प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिया।

पूर्व सीएम के साथ स्थानीय विधायक भादव हांसदा, जिला प्रशासन के अधिकारी एवं टाटा स्टील फाउंडेशन के अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने सैकड़ों ग्रामीणों से मुलाक़ात कर के, उनकी परेशानियों को समझा तथा टाटा स्टील फाउंडेशन को यथाशीघ्र क्षतिग्रस्त मकानों के पुनर्निर्माण कार्य शुरू करवाने का निर्देश दिया।

यहाँ मीडिया से बात करते हुए पूर्व सीएम ने कहा – “पिछले हफ़्ते मुझे स्थानीय लोगों द्वारा इस प्राकृतिक आपदा के बारे में जानकारी मिली थी। इस आदिवासी बहुल क्षेत्र में हालात काफ़ी खराब है। हज़ारों घर पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं। ओड़िशा सरकार ओलावृष्टि से प्रभावित लोगों की मदद कर रही है, लेकिन मानवता के आधार पर राहत कार्य को तेज करवाने के लिए मैंने टाटा स्टील फाउंडेशन से बात की। यह संस्था टूटे घरों को फिर से बनाने में स्थानीय ग्रामीणों का सहयोग करेगी।”

“संकट की इस घड़ी में इन आदिवासियों को हमारी मदद की जरूरत है। हम सबको साथ मिल कर, इनकी मदद के लिए आगे आना होगा, ताकि इनके क्षतिग्रस्त मकान जल्द से जल्द बन सकें।”

पूर्व सीएम चम्पाई सोरेन ने इस दौरान एक दुर्गम सुदूरवर्ती गाँव बुरूडीह का भी दौरा किया, जहाँ जाने के लिए पहाड़ को पार करना पड़ता है। वहाँ के ग्रामीणों ने बताया कि उस गाँव में आने वाले ये पहले बड़े राजनेता हैं और अब उन्हें विश्वास है कि उनकी परेशानियों का समाधान हो जायेगा।

ज्ञात हो कि पिछले हफ़्ते हुई ओलावृष्टि में बिसोई प्रखंड के करीब डेढ़ हज़ार घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिस से हज़ारों लोग बेघर हो चुके हैं। इनमें सैकड़ों लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।

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