जमशेदपुर: झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के एनकाउंटर के बाद अपराध जगत में दहशत फैल गई है। व्यापारियों और कारोबारियों ने राहत की सांस ली है। पुलिस की सख्ती अब दूसरे गैंगस्टरों पर भी बढ़ने वाली है, खास तौर पर उन सरगनाओं पर जो जेल से ही अपना गिरोह चला रहे हैं और लगातार रंगदारी, हत्या, धमकाने जैसे अपराध कर रहे हैं। इन अपराधों से गैंगस्टर और उनके गुर्गे करोड़ों की कमाई कर रहे हैं।
ये गैंगस्टर कोयले के कारोबार और आधारभूत योजनाओं में लेवी वसूली के अलावा जमीन की दलाली में भी शामिल हैं।
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बयान दिया कि ऐसे सरगनाओं की पहचान कर ली गई है, जो जेल से ही आपराधिक संगठन चला रहे हैं। इनमें अमन साव का नाम सबसे आगे था, उसके बाद विकास तिवारी और अमन श्रीवास्तव का नाम आता है। पुलिस इनके यूपी कनेक्शन की भी तलाश कर रही है।