पश्चिम बंगाल: हाल्टू जिले में एक शर्मनाक घटना हुई है. यहां अपने बेटे की बीमारी से परेशान एक पिता ने सामूहिक खुदकुशी कर ली है. बेटे की बीमारी का इलाज कराने में कर्ज से डूब चुके इस पिता ने दीवार पर सुसाइड नोट लिखा है. इसमें उसने अपनी आत्महत्या की वजह बताई है. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस ने मौका मुआयना के बाद आशंका जताई है कि इस दंपत्ति ने पहले बेटे की हत्या की और फिर गमछे से अपने सीने पर बांधा और फिर दोनों ने फांसी लगा ली.
पुलिस के मुताबिक दंपत्ति ने एक दूसरे की तरफ पीठ कर गले में फंदा लगाया था. जबकि उनका तीन साल का इकलौता बेटा उनकी गोद में था. उसकी गर्दन पीछे की ओर लटकी हुई थी. घटना बीती रात का है. अगले दिन सुबह पड़ोसियों को कुछ संदेह हुआ तो दरवाजा खुलवाने की कोशिश की. जब अंदर से कोई जवाब नहीं आया तो पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ दिया और अंदर के हालात देखकर पुलिस को सूचना दी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
असाध्य बीमारी से ग्रसित था बेटा
पड़ोसियों से पूछताछ कर पुलिस ने मृतक दंपत्ति की पहचान सोमनाथ रॉय और उनकी पत्नी सुमित्रा के रूप में की है. सोमनाथ परिवार का पालन पोषण करने के लिए ऑटो चलाता था. दुर्भाग्य से उसका तीन साल का इकलौता बेटा किसी असाध्य बीमारी से ग्रसित था. सोमनाथ ने अपने रिश्तेदारों से ब्याज पर कर्ज लेकर दो बार उसका ऑपरेशन भी कराया, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ.
मामा-मामी को हिरासत में लेकर पूछताछ
इधर, रिश्तेदार कर्ज वापसी के लिए उसके ऊपर दबाव बनाने लगे थे. इसके लिए आए दिन कोई ना कोई आकर सोमनाथ और उसकी पत्नी को हड़का जाता था. पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि 28 फरवरी को सोमनाथ के मामा और मामी आए थे और कर्ज वापस नहीं करने पर उसे धमकाया था. उसी समय से सोमनाथ काफी मानसिक तनाव में था. इस इनपुट के बाद पुलिस ने सोमनाथ के मामा और मामी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है. पता चला है कि सोमनाथ का घर भी उसके नाम से नहीं था. इस बात के लिए भी वह काफी परेशान था.