पटमदा: पटमदा के गोलकाटा गांव निवासी और सार्वजनिक मनसा मंदिर के पुजारी रसराज कुंभकार का गुरुवार शाम को ठंड लगने के कारण आकस्मिक निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। गुरुवार की शाम करीब साढ़े 7 बजे उनके स्वास्थ्य में अचानक गिरावट आई। सांस लेने में तकलीफ बढ़ने पर परिवार वाले उन्हें अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उन्होंने घर पर ही दम तोड़ दिया।
गांव के शांतिराम कुंभकार ने बताया कि पिछले दो दिनों से क्षेत्र में बढ़ी ठंड और कनकनी की वजह से रसराज कुंभकार की तबीयत अचानक बिगड़ी। इससे पहले वह पूरी तरह स्वस्थ थे और अपनी दिनचर्या सामान्य रूप से निभा रहे थे। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है।
समाज को अपूरणीय क्षति
रसराज कुंभकार गोलकाटा गांव के प्रतिष्ठित पुजारी थे और मनसा मंदिर में नियमित पूजा-अर्चना करते थे। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। शुक्रवार की सुबह गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
रसराज कुंभकार अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके दो पुत्रों में एक पाठक कुंभकार बोड़ाम प्रखंड में पंचायत सचिव के रूप में कार्यरत हैं, जबकि दूसरा पुत्र संतोष कुंभकार (मूक-बधिर) कृषक हैं।
ठंड का कहर
गौरतलब है कि पिछले एक माह के दौरान पटमदा, कमलपुर और बोड़ाम थाना क्षेत्रों में ठंड के कारण 100 से अधिक बुजुर्गों की मौत हो चुकी है। क्षेत्र में प्रशासन द्वारा पर्याप्त ठंड से बचाव के इंतजाम न होने से लोगों में रोष है।