जमशेदपुर /पोटका
अखिल भारतीय वैरागी वैष्णव समिति की ओर से नरवा पहाड़ स्थित डोमजुडी गांव में रविवार को एक दिवसीय भव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन से पूर्व भव्य नगर कीर्तन निकाली गई. इस दौरान लोग नाचते-गाते चैतन्य महाप्रभु के कार्यक्रम स्थल पहुंचे. इस प्रभात फेरी से पूरा डोमजूडी गांव भक्तिमय हो गया. कार्यक्रम की शुरुआत चैतन्य महाप्रभु की पूजा अर्चना व समिति के अध्यक्ष चित्तरंजन दास, फकीर दास, गुड्डू दास समेत अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस बात समिति के अध्यक्ष चितरंजन दास व फकीर चंद्र दास ने कहा के इस सम्मेलन के जरिए पूरे देश में फैले वैष्णव समाज को एकजुट करके उसके उत्थान में अखिल भारतीय वैरागी वैष्णव समिति की काम करेगी. फिलहाल चार राज्यों में संगठन है. आने वाले दिनों में पूरे भारत के वैष्णव समाज के लोगों को जोड़ा जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि पुरानी कमिटी रद्द कर नई कमिटी की घोषणा जल्द की जाएगी. इस सम्मेलन में झारखंड , बंगाल, उड़ीसा, समेत घाटशिला, जादूगोड़ा, पोटका, चाकुलिया, बहडागोंडा, जमशेदपुर से करीबन लाखों की संख्या में वैष्णव समाज के लोगों ने हिस्सा लिया।यूसिल ने मुहैया कराया एम्बुलेंस । कार्यक्रम ने भारी भीड़ को देखते हुए कोई अप्रिय घटना से निपटने के लिए यूसिल की नरवा पहाड़ यूरेनियम प्रोजेक्ट प्रबंधन की ओर से एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराई गई थी। बीते 2022 में कार्यक्रम के दौरान पुरुलिया निवासी वीरेन दास की कार्यक्रम स्थल पर ही तबियत खराब हो गई थी. समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने के कारण उनकी मौत हो गई थी। विनय दास बाबा का लोगों ने लिया आशीर्वाद।
इस मौके पर गालूडीह के बाबा विनय दास जी खास मेहमान के रूप में आमंत्रित थे. कार्यक्रम में पहुंचते ही उनके भक्तों ने उनका चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोग
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रूप में पोटका विधायक संजीव सरदार, केंद्रीय कमिटी अध्यक्ष चित्तरंजन दास उर्फ चितो दास, फकीर चंद्र दास, गुड्डू दास, समीर कुमार दास, आनंद दास, राम रतन दास, शंकर दास, तपन दास, रंजीत दास, पप्पू दास, हराधन दास, प्रह्लाद दास, निताय दास, दिवाकर दास, बॉबी दास, बंकिम दास, संजय दास, गुणोंधर दास, चरित्र दास, दीनबंधु दास, पतित पावन दास, श्यामल कुमार दास, अंजना दास, रेखा दास, विन्द्र नाथ दास अशोक दास, गोपी नाथ दास, आशीष कुमार दास, मोहन कुमार दास, जयदेव दास, प्रशांत दास, प्रवीर दास, सुब्रत दास, विश्वजीत दास, गुड्डू दास, गुसाई दास, लखन दास, मिठू दास, विष्णु दास, लखी नारायण दास समेत झारखंड ,उड़ीसा व बंगाल से करीबन लाखों की संख्या में वैष्णव समाज के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।