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आनंद मार्ग संघ की ओर से ‘बाबा नाम केवलम्’ कीर्तन, रक्तदान और पौधारोपण का आयोजन

जमशेदपुर: आनंद मार्ग प्रचारक संघ द्वारा जमशेदपुर के विभिन्न क्षेत्रों – गदरा, सोनारी, बारिडीह, टेल्को और पटमदा देहात के सभी धर्म चक्र यूनिट्स में ‘बाबा नाम केवलम्’ कीर्तन का आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यक्रम के दौरान ब्लड सेंटर में 5 यूनिट रक्तदान किया गया और ग्रामीणों में लगभग 50 फलदार पौधों का वितरण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया।

 

लोगों को संबोधित करते हुए आनंद मार्ग के प्रचारक सुनील आनंद ने ‘कीर्तन’ के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जब भक्त भगवान के महिमा का गुणगान करते हैं, तो इसे कीर्तन कहा जाता है। उन्होंने बताया, “भक्तों ने भगवान का नामकरण किया और उसके बाद भगवान ‘नामी’ कहलाए। जब हम किसी को नाम लेकर पुकारते हैं, तो भीड़ में भी वही उत्तर देता है। इस प्रकार भगवान कहते हैं कि भक्तों ने मुझे नाम देकर नामी बना दिया। भक्त का कहना होता है कि भगवान ही उसके अस्तित्व का कारण हैं। भक्त और भगवान के बीच का यह संवाद भक्ति का एक उच्चतम रूप है।”

 

उन्होंने समझाया कि ‘बाबा नाम केवलम्’ एक अनन्य भाव का कीर्तन है, जो परमपुरुष की आनंदमय सत्ता से जुड़ने का एक मार्ग है। ‘बाबा नाम केवलम्’ कीर्तन करने से मनुष्य के जन्म-जन्मांतर के संस्कारों से उत्पन्न पापों का नाश होता है। यह कीर्तन भगवान के नाम का जप है, जो करने वाले को परम आनंद और शांति की ओर ले जाता है। साथ ही, इससे पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, सजीव और निर्जीव सभी सकारात्मक रूप से प्रभावित होते हैं और वातावरण पवित्र हो जाता है।

 

सुनील आनंद ने लोगों को अधिक से अधिक कीर्तन करने की प्रेरणा देते हुए कहा कि ‘बाबा नाम केवलम्’ का जप करने वाला बुद्धिमान माना जाता है, क्योंकि यह जप आत्मा को शुद्ध करता है और उसे आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है।

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