जमशेदपुर: जमशेदपुर जिले में हर दिन हत्या की घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज हो रही है, और लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन इन पर कार्रवाई करने के बजाय मूकदर्शक बना हुआ है। पिछले कुछ दिनों में जिले में हत्या की वारदातों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है, जिससे शहर में दहशत का माहौल है।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पुलिस अपराधियों के सामने बेबस नजर आ रही है और त्वरित कार्रवाई करने में विफल हो रही है। इस लापरवाही के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। लगातार हो रही हत्याओं से लोगों में डर और असुरक्षा की भावना गहरी होती जा रही है।
हत्या के मामलों में कोई कमी नहीं
पिछले एक सप्ताह में शहर के अलग-अलग इलाकों से हत्या के कई मामले सामने आए हैं। इन वारदातों में ज्यादातर मामलों में या तो व्यक्तिगत दुश्मनी या फिर संगठित गिरोह की भूमिका मानी जा रही है। पुलिस की गश्त और सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि अपराधी खुलेआम वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
पुलिस प्रशासन पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब भी वे अपराध की शिकायत करने थाने पहुंचते हैं, तो पुलिस कार्रवाई करने में ढिलाई दिखाती है। कई मामलों में हत्या की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी अपराधियों को पकड़ने में देरी की जाती है। इससे लोगों में नाराजगी और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
एक स्थानीय नागरिक ने गुस्से में कहा, “ऐसा लगता है कि पुलिस सो रही है। हर दिन हत्या हो रही है और प्रशासन केवल मूकदर्शक बना बैठा है। हमें न्याय चाहिए और अपने परिवार की सुरक्षा।”
प्रशासन की सफाई
पुलिस प्रशासन का कहना है कि वे इन मामलों की जांच कर रहे हैं और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए विशेष टीम गठित की गई है। साथ ही, उन्होंने यह भी दावा किया कि जिले में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए वे नियमित रूप से गश्त बढ़ा रहे हैं और अपराधियों पर नकेल कसने के प्रयास कर रहे हैं।