चांडिल जिला पुलिस अधीक्षक मनीष टोप्पो के निर्देश पर चौका थाना अंतर्गत हेसाकोंचा में नकली अवैध अंग्रेजी शराब की फैक्टरी का उद्भेदन ओर भारी मात्रा में शराब की बरामदगी साथ में 16 बोरे में डोंडा जप्ति कबीले तारीफ करवाई है. उक्त मामले में घर मालिक गरीब मजदूर लेदम मांझी और नायक सिंह मुंडा पर केस पुलिस द्वारा दर्ज किया जाना पूरे प्रकरण की अनुसंधान के नाम पर लीपापोती अब चर्चा का विषय बन गया है. सूत्रो की माने तो हेसाकोंचा में नकली अंग्रेजी शराब फैक्ट्री के संचालन कर्ता अवैध दारु माफिया जमशेदपुर के अमन वर्मा , जीतू , बापी पांडा, और आदित्यपुर के ट्रांसपोर्टर जीला पाल एक और अन्य युवक मिलकर कारोबार चला रहे थे . रात में सभी आते थे और शराब बनाकर पेटी में सिल कर तड़के 3 से 4 के बीच जमशेदपुर , आदित्यपुर , गमहरिय के विभिन्न क्षेत्रों, में खपाते थे. ट्रांसपोर्टर जीला पाल के पास कई मझौले वाहन जिसमे पिकअप भेन, पैसेंजर और मालवाहक ओटो, आदि से अवैध शराब और डोंडा पहुंचना रोजाना का काम है . सूत्र बताते है की स्थानीय पुलिस प्रशासन सहित पासिंग थाना को निर्धारित मोटी रकम तय होती है. 26 मई को चांडिल थाना क्षेत्र के चिलगु भुयाडीह में थाना प्रभारी ने एक पैसेंजर टेंपो में नकली अंग्रेजी शराब जप्त किया साथ में चालक को भी गिरफ्तार किया था दोनो में केस एक दूसरे से जुड़े हुए है. ऑल झारखंड मानवाधिकार सुरक्षा संघ कोल्हान प्रभारी अश्वनी कुमार ने जिला पुलिस अधीक्षक मनीष टोप्पो से हेसाकोचा में अवैध नकली अंग्रेजी शराब और डोंडा मामले में निर्दोष आदिवासियों पर जो मामला दर्ज किया गया है उसकी उच्चस्तरी अनसंधान के साथ स्थानीय पुलिस द्वारा दारु माफियाओं को मदद पहुंचने की भूमिका पर जांच की मांग जिला मुख्यालय पुलिस अधीक्षक मनीष टोप्पो से की है.