चान्हो :- थाना क्षेत्र स्थित तरंगा ईदगाह में सुबह 7:00 बजे ईद उल अजहा की नमाज अदा की गई। यहां हजारों की संख्या में लोगों ने मौलाना के नेतृत्व में नमाज अदा किया। नमाज से पहले मौलाना इरफ़ान ने लोगों को संदेश देते हुए कहा कि आज पूरा देश बकरीद मना रहा है, इस्लाम धर्म का यह दूसरा सबसे बड़ा त्यौहार है।उन्होंने बताया कि पैगंबर हजरत इब्राहिम अलैहिस्लाम ने अल्लाह के हुक्म से हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलम को अल्लाह के राह में कुर्बान करने का हुक्म हुआ ख्वाब में बेटे को कुर्बान करने के लिए अल्लाह ने अपने खलील इब्राहिम के ईमान जानते हुए इम्तहान ले रहें थे। उस इम्तहान में कामयाब हो गए और उसके जगह एक जन्नत की मेंढे/दूंबे को तब्दील कर दिया और उसी की कुर्बानी हो गई तभी से ए हज़रत इब्राहीम हज़रत हाजरा और हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम की यादगार में हज और कुर्बानी बकरीद की परंपरा चली आ रही है। और यह कुर्बानी सभी धर्मो में मनाई जाती है सबका अपना अपना तरीका है लेकिन कुर्बानी सभी समाज के लोग मनाते हैं।
वहीं ईदगाह में नमाज अदा करने पहुंचे युवाओं ने कहा कि इस देश में सभी धर्मो के मानने वालों ने अपने अपने तरीका से कुर्बानी के त्यौहार मनाते हैं। लोगों को यही संदेश देते हैं कि कुर्बानी का मतलब सभी दुखों शिकायतों को कुर्बान करना होता है. आने वाले दिनों में प्यार मोहब्बत से रहना ही कुर्बानी का सही मतलब है।