पोटका प्रखंड के सोहदा पंचायत भवन परिसर में पर्यावरण चेतना केंद्र बड़ा सिगदी की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला में वन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत प्रदत्त अधिकार के बारे में जानकारी दिया गया। जिसमें जनजाति एवं परंपरागत वन निवासियों का अपना अधिकार के बारे में व्यक्तिगत बन पट्टा एवं सामुदायिक बन पट्टा के दिए जाने का अधिकार, प्रक्रिया के बारे में जानकारी दिया गया। ग्राम सभा के माध्यम से वन अधिकार समिति का गठन करना, इसमें 10 से 15 आदमी का होगा। जनजाति के सदस्य दो तिहाई होना जरूरी है । अगर जहां पर जनजाति के सदस्यों नहीं होंगे वहां पर एक तिहाई महिला होना जरूरी है। आजीवीका निवास, सामाजिक, प्रयोजनों के लिए ग्राम सभा आगे की कार्रवाई के लिए अग्रसरित करेगा। उसके बाद वन विभाग जांच करेगी और बना पट्टा के लिए अग्रिम कार्रवाई करेगी। इस कार्य शाला के माध्यम से बन जंगल क्षेत्र में रहने वाले जनजातीय में वन निवासियों को लाभ मिलेगा। कार्यशाला में विभिन्न ग्राम सभा के प्रधान, सदस्य, वन अधिकार समिति के अध्यक्ष सचिव, सदस्य, पर्यावरण चेतना केंद्र के सचिव विभीषण समाद, जयपाल सिंह सरदार, हरीश भूमिज, रिसोर्स पर्सन, एवं विभिन्न पंचायत से जवा टुडू, जयंती सरदार, गौरी सरदार, अनिता कुमारी, लखीन्दर सरदार, लक्ष्मण किसकु, सुरेश सरदार,मोहन माझी, खुदीराम सोरेन, प्रियंका सिंह मुंडा, पुष्पा गागराई, कालीचरण सरदार, लखन महली, सोतुया मुर्मू ,फुधान भूमिज, आदि उपस्थित रहे।