Sun. Sep 8th, 2024

चंदवा में मनरेगा के तहत बन रहे कूप में लूट लाभुक कूप सही बनाने को लेकर दुहाई मांग रहा

चंदवा में मनरेगा के तहत बन रहे कूप में लूट लाभुक कूप सही बनाने को लेकर दुहाई मांग रहा

 

कुआ अच्छा बन जाता तो पानी के लिए सुविधा होता: अरुण मुंडा

 

मुकेश कुमार सिंह

 

चंदवा।चंदवा प्रखंड के हुटाप पंचायत अंतर्गत हुटाप गांव में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत अरुण मुंडा का कूप निर्माण वर्ष 2018 और 2019 में आवंटित किया गया था।जिसका कोड संख्या 71 92 है और प्राक्कलित राशि 304150 रुपया है। लाभुक अरुण मुंडा ने बतलाया कि यह कूप का निर्माण इसी वर्ष जनवरी-फरवरी में शुरू किया गया है। जो अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है और कूप निर्माण भी ठीक तरीके से नहीं हो रहा है दो साल पूर्व ठीक बगल में ही कूप का निर्माण कराया जा रहा था। परंतु वह कूप अर्ध निर्मित ही रह गया। उसका भी काम ठीक तरीके से नहीं कराया गया। गांव के ही मुरारी साहू के द्वारा ही दोनों कूप का निर्माण कराया गया है। परंतु हम लोग पूर्व से ही कूप निर्माण के लिए मुखिया को बोले थे। परंतु नया कूप निर्माण हो रहा है। वह भी अच्छा नहीं हो रहा है। हम सभी को पानी पीने के लिए बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हम और हमारा परिवार पूरा चाहता है। कि एक कुआ अच्छा होता तो पानी कि सुविधा हो जाती।

वही कुआं निर्माण में सड़े हुए पत्थर लगाए जा रहे हैं। आसपास में बेश कीमती पेड़ को जो सखुआ के पेड़ हैं उसे काटा जा रहा है। इस तरह से देखा जाता है।कि मनरेगा कूप निर्माण में भारी घोटाला हो रहा है। गहराई और चौड़ाई भी कूप की बहुत कम है। जिससे पानी गर्मी तो क्या ठंड में भी नहीं मुंडा परिवार को पानी पीने के लिए नही मिलेगी। इधर वार्ड सदस्य बरसमनी देवी ने कहा कि लोगों के द्वारा हमारे वार्ड में गलत तरीके से कार्य किया जा रहा है।

जिससे सरकार के कई लाख रुपए खर्च होने के बाद भी ग्रामीण पानी पीने के लिए बेबस और हताश हैं दलाल बिचौलिया पंचायत में हावी है।जिसके चलते अरुण मुंडा के जमीन पर दो, दो कुआं का निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया और अरुण मुंडा का परिवार अभी भी पानी के लिए तरस रहा है। ऐसी हालत में क्या किया जाए समझ में नहीं आता जब से हम वार्ड में जीते हैं किसी भी मीटिंग में हम वार्ड सदस्यों को नहीं बुलाया जाता है

और ना ही किसी विकास कार्य की हम लोग को जानकारी दी जाती है। कूप निर्माण के बारे में हुटाप पंचायत के मुखिया सुख नारायण सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कुप की गहराई दो चार फिट और करने के लिए कहे हैं जबकि दो, चार फीट खुदाई होने के बाद भी कुआं में पानी नहीं आ पाएगी। जानकार बताते हैं कि कुआ की गहराई 35 फीट और चौड़ाई 15 फिट होती है। जबकि अरुण मुंडा का कुआ का गहराई 17 से20 फिट ही बताई जाती है। और नीचे मरे हुए पत्थर से जुड़ाई शुरू कर दी गई है। कूप निर्माण के बारे में प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि कूप निर्माण को हम जांच करा लेते हैं जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

Related Post