,
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रीश्री योगेश्वरी आनंदमयी सेवा प्रतिष्ठान माताजी आश्रम हाता में स्वामी विवेकानंद की 160 वी जयंती सह राष्ट्रीय युवा दिवस धूमधाम से मनाई गई।इस अबसर पर मुख्य अतिथि के रुप में भारत सेवा श्रम संघ सोनारी के स्वामी सोमेश्वरानंद,बिशिष्ट अतिथि के रुप में भारत सेवा संघ के उदयनन्द महाराज, सन्मानिय अतिथि के रूप में पूर्व सिविल सर्ज़ेन डॉक्टर अरविंद कुमार लाल,विशिष्ठ समाजसेवी शेखर दे,बिशिष्ट अतिथि जिला परिसद सूरज मंडल,पूर्व विधायक मेनका सरदार,सांसद प्रतिनिधि उपेंद्र नाथ सरदार,साहित्यकार डॉक्टर ओम प्रकाश चौबे घायल, साहित्यकार बिरेन घोष,पूर्व जिला परिसद करुणामय मंडल ,जिला परिषद सबिता सरदार,भाजपा नेता मनोज सरदार,आदि उपस्थित थे।सुबह 9 बजे स्वामी विवेकानंद जी की बिशेष पूजा की गई जो मधुसूदन भट्टाचार्य ने की।उसके बाद स्वामी विवेकानंद जी का संगीत प्रस्तुत की गई जिसमें सुनील कुमार दे,मुकुल मंडल,तडित मंडल,प्रबीर दास, बीथिका मंडल,लोचना मंडल,सहदेव मंडल,भास्कर दे आदि ने भाग लिया।
दूसरा चरण में भारत सेवा श्रम संघ के महाराजों ने द्वीप प्रज्वलित करके अनुष्ठान का शुभारंभ किया और स्वामी विवेकानंद की प्रतिकृति पर माल्यार्पण किया।विश्वामित्र खंडायत ने स्वागत भाषण दिया तथा स्वागत संगीत सुनील कुमार दे ने प्रस्तुत किया। रंजना साहू ने विवेकानंद की वाणी पाठ किया।शंकर चंद्र गोप ने स्वामी विवेकानंद की महान जीवनी पर प्रकाश डाला।डॉक्टर अरविंद कुमार काल,बिरेन घोष,शेखर दे आदि ने विवेकानंद के पथ पर चलकर चरित्र निर्माण के लिए युवकों को आह्वान किया।डॉक्टर घायल और करुणामय मंडल ने विवेकानंद की कविता सुनाई।मुख्य अतिथि स्वामी सोमेश्वरानंद ने कहा,,स्वामी विवेकानंद भारत की आत्मा है, वे स्वयं भारत वर्ष है।उन्होंने विश्व के पटल पर सनातन हिन्दू धर्म और भारत वर्ष को प्रतिष्टित किया है,गौरभ और मान बढ़ाया है।विवेकानंद युवाओं का आदर्श है।अध्यक्ष का भाषण रघुनंदन बनर्जी ने दिया।उसके बाद पूर्व आयोजित आल्पना,मेहदी,शंखध्वनि, लेख, भाषण, संगीत,चित्रांकण, कविता आबृत्ति प्रतियोगिताओं का सफल प्रतिभागियो को अतिथियों के हाथों से पुरस्कृत किया गया।यह पुरस्कार सुभाष संस्कृति परिषद जमशेदपुर की ओर से दिया गया।12 बजे भोग,आरती,होम और प्रसाद वितरण हुआ।अनुष्ठान का तीसरा चरण में विवेकानंद साजो प्रतियोगिता हुई जिसमें कुंज को प्रथम,हितेन मंडल को द्वितीय और पवन को तृतीय पुरस्कार मिला।उसके बाद बच्चे को बीच स्वामी विवेकानंद से संमन्धित प्रश्न उत्तर प्रतियोगिता हुई।उसके बाद बिभिन्न विद्यालय के छात्र छात्रों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्ज्य क्रम हुआ।अंत में धन्यवाद ज्ञापन कृष्ण कांत मंडल ने किया तथा संचालन राजकुमार साहू ने किया।इस अबसर पर मोहितोष मंडल,तपन मंडल,तपन कुमार मंडल, तुसार मंडल,तरुण दे,अर्जुन मोदी,निबरण मोदी,हीरा लाल दे,पद्मावती कुंडू,दुलाल मुखर्जी, कमलेश मिश्रा,वीरेंद्र सिंह,बिनोद ज्योतिषी,चंचल हालदार,पंडित किशोर चटर्जी ,सहदेब मंडल,बिरेन मंडल,मोनी पाल,अजित सरदार, कृष्ण गोप,मोहितोष गोप,बलराम गोप,अमल बिस्वास, दिनेश सरदार,बिद्युत पाल, नारायण चटर्जी,सनातन महतो,दिलीप महतो,लोचना मंडल,सावित्री गोप,अतोषि गोप,बिकास दे,स्वपन मंडल,काजल मंडल,बिमल मंडल,बिमल कुमार मंडल,संतोष मंडल,महेश बियानी,रीना मंडल,बन्दना ,मंडल,अंजलि मंडल,चीनू मा,झरना साहू,बुलु मंडल ,तनुश्री साहू,अरुण महतो,अशोक भट्टाचार्य के अलावे बिभिन्न स्कूल बच्चे,युवा और भक्तगण उपस्थित थे।