आज सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष श्री विजय आनंद मूनका की अध्यक्षता में ऑटो कलस्टर में आयोजित उद्योग विभाग, झारखण्ड सरकार के आयोजित बैठक में शामिल हुआ। बैठक में श्रीमती वंदना डाडेल, भा.प्र.से., प्रधान सचिव, उद्योग विभाग, झारखण्ड सरकार, श्री जितेन्द्र कुमार सिंह,भा.प्र.से., उद्योग निदेशक एवं प्रबंध निदेशक, जियाडा, श्री प्रेम रंजन, क्षेत्रीय निदेशक, जियाडा उपस्थित थे। इस बैठक में उद्योग के विकास एवं इसमें आनेवाली समस्याओं से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में सिंहभूम चैम्बर से अध्यक्ष श्री विजय आनंद मूनका, निवर्तमान अध्यक्ष श्री अशोक भालोटिया, पूर्व अध्यक्ष श्री सुरेश सोंथालिया, मानद महासचिव श्री मानव केडिया एवं उपाध्यक्ष (उद्योग) श्री महेश सोंथालिया एवं अन्य सदस्य शामिल हुये। इस बैठक में सिंहभूम चैम्बर के एसिया, सिया, लघु उद्योग भारती, ट्राईबल चैम्बर ऑफ कॉमर्स एवं अन्य संस्थायें शामिल थे। बैठक में सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के द्वारा निम्नांकित मुद्दों पर उपस्थित सरकार के प्रतिनिधियों का ध्यानाकृष्ट कराया:-
1. कोल्हान प्रमंडल (पूर्वी सिंहभूम, पष्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा में कोई नई बड़ी ऑटोमोबाईल उत्पादन करने वाली कंपनी जो दो चक्का/तीन चक्का/चार चक्का/ ट्रैक्टर आदि का निर्माण करती हो उनको आमंत्रित करनार
2. कोल्हान के उद्योगों को राज्य के अन्य जिलों में मिलने वाली बिजली के अनुसार समान बिजली दर की व्यवस्था हो
3. बिजली पोर्टेबिलीटी की सुविधा:
4. सरकारी विभाग को एम.एस.एम.ई. सरल/मित्रवत् बनाना
5. 30 वर्षों से अधिक समयावधि वाले उद्योगों को मालिकाना हक दे दिया जाना चाहिए।
6. माइक्रो लैंड कलस्टर की स्थापना
7. जमशेदपुर जियाडा के अंतर्गत औद्योगिक क्षेत्र में संरचना में सुधार:
8. दुगनी, रूआम, भालोडीह तथा अन्य नवआवंटित भूमियों पर आवष्यक आधारभूत जिन संरचनाओं का अभाव है उसमें सुधार
9. आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की फेज 1 से 7 तक की बदहाल सड़कों में सुधार
10. इस क्षेत्र में ई.वेहिकल निर्माण से संबंधित औद्योगिक संस्थानों को भी सरकार के तरफ से सब्सिडी और इंसेंटिव देने का प्रावधान पॉलिसी में हो
11. दो वर्षों के कोरोना के कारण कई व्यापारी/उद्योगपति ने अपने परिवारजनों/प्रियजनों को खोया है एवं कई अन्य परिस्थितियों के कारण स्थिति में बदलाव हुआ है। अतः आपसे निवेदन है कि आवंटन के समय दिया गया छंजनतमध्ैजंजने बींदहम के लिये अगर आवंटियों/उद्योगपतियों के द्वारा आवेदन दिया जाता है तो उसे सहानुभूतिपूर्वक विचार करके राहत दें।