माइंड एंड बिहेवियर क्लिनिक पटना के जाने माने चिकित्सक डॉ मनीष कुमार की लापरवाही ने एक हंसते खेलते परिवार में मातम बिखेर दिया पत्नी से पति छीन लिया और बेटे को अनाथ कर दिया ,
डायलिसिस पर चल रहे मरीज डॉ अश्विनी कुमार मिश्रा जी का इलाज पटना मेदान्ता में हो रहा था , जब उनके बिहेवियर में बदलाव देखा गया तो डॉ मनीष कुमार से संपर्क किया गया , हो सकता है ये अपने कार्य क्षेत्र में सिद्ध हों पर इनकी सबसे गलत आदत है लाख बोलने और अनुरोध के बाद भी अपना डायरेक्ट कॉन्टेक्ट नंबर ना देना ताकि कोई परेशानी हो तो तुरंत इनसे संपर्क किया जा सके ,इन्हें फिर मेल किया गया, अगर इन्होंने समय पर मेल का जवाब दिया होता या कॉल रिसीव किया होता तो आज एक परिवार से खुशहाली नहीं रूठती,
कृपया धरती पर भगवान माने जाने वाले चिकित्सकों से सादर अनुरोध होगा कि वे अपने मरीजों का असमय फ़ोन कॉल ज़रूर रिसीव करें इसे अनदेखा ना करें, ताकि तड़पते हुए परिवार की आशा जगी रहे।
सिन्धु मिश्रा
राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग( प्रदेश अध्यक्ष महिला )
और
दहेज मुक्त झारखंड
राष्ट्रीय अध्यक्ष ( महिला सेल )