*स्वास्थ्य भवन केंद्र प्रशासन विभाग की उदासीन रवैया के कारण भूत बंगला में हो गया तब्दील*
*15 वर्ष बीत जाने के बाद भवन नहीं हुआ चालू तो आज सामाजिक तत्व का बना अड्डा*
*भवन नहीं हुआ चालू तो अब झाड़ियों बना बेसहारा*
संवाददाता दुलमपुर /अनिल कुमार के साथ जिला।ब्यूरो कौशल किशोर की रिपोर्ट
देवघर: प्रखंड के थारी दुलमपुर स्वास्थ्य भवन का जब निर्माण हो रहा था तो स्थानीय ग्रामीणों को उम्मीद जगी थी कि गांव में ही उनका इलाज हो सकेगा लेकिन उद्घाटन तो दूर अब यह स्वास्थ्य केंद्र खुद बीमार हो गया है। भवन के खिड़की दरवाजे टूट गए। केंद्र हाल बेहाल है लाखों रुपए की लागत से बने नए स्वास्थ्य केंद्र भवन शासन प्रशासन विभाग के उदासीन रवैया के कारण कई वर्षों से बंद है। यह भवन झाड़ियों से घिर गए हैं। जिसमें झाड़ियों का बेसहारा हो गया। असामाजिक तत्वों का अड्डा बनता जा रहा है। और 15 वर्ष बीत जाने के बाद भी स्वास्थ्य भवन केंद्र चालू नहीं हो पाया। नहीं यहां कभी यह एनएम या फिर अन्य चिकित्सा पदाधिकारी नही बैठे ।भवन भूत बंगला में तब्दील हो गया है। यह स्वास्थ्य भवन महज दिखावा बनकर रह गया। यहां के स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जब इस केंद्र का संचालन ही नहीं होना था तो यहां स्वास्थ्य सुविधा नहीं दी जानी थी तो इसका निर्माण ही क्यों करवाया गया। इतना ही नहीं लोगों ने बताया कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हुआ ह।
लेकिन केंद्र का संचालन शुरू नहीं होने से यह एक खंडहर में तब्दील हो रहा है। ऐसे में सरकारी राशि खर्च कर भवन बनाए जाने पर सवाल उठाना लाजिमी है।।