Breaking
Sun. Feb 23rd, 2025

निर्दोष फसे नहीं और दोषी बचे नहीं का मिसाल कायम किया चतरा पुलिस।

*निर्दोष फसे नहीं और दोषी बचे नहीं का मिसाल कायम किया चतरा पुलिस।*

चतरा 18 जून जिले के राजपुर थाना के कसियाडीह में घटित हत्या के मामले में चतरा पुलिस ने बेगुनाह फंसे नहीं और गुनहगार बचे नहीं का मिसाल कायम किया। इस बाबत चतरा पुलिस कप्तान राकेश रंजन ने अपने दफ्तर में मीडिया के रूबरू खुलासा किया। सोपारी किलर समेत हत्या के साजिश में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस कप्तान राकेश रंजन ने मीडिया को बताया कि राजपुर थाना काण्ड संख्या 43 , 022 ई धारा-302 /120बी0 / 34 मा०द०वि० एवं 27 आर्म्स एक्ट के वादी सुनिता देवी पति मक़तूल बालेश्वर भुईया ग्राम कसियाडीह थाना राजपुर जिला चतरा के लिखित आवेदन के आधार पर तीन नामजद अभियुक्तों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी चतरा की क़यादत में मामले की खुलासा के लिए SIT टीम का गठन किया गया। SIT टीम के द्वारा गम्भीरता पूर्वक अनुसंधान कर 48 घण्टे में गुनहगारों को गिरफ्तार करने में कामियाबी हासिल की। अनुसंधान में पाया गया कि मृतक बालेश्वर भुईयाँ, जो पाहन का काम करता था। अपने गाँव के राजु भईया को बोला था कि तुम्हारें घर में जल्द ही एक व्यक्ति की मृत्यु होगी। इसी बीच राजु भुईया के सास की 15 दिनों के अंदर मृत्यु हो गई। राजु भुईया को लगा कि बालेश्वर भुईया (मक़तूल) के कारण ही इनकी सास की मृत्यु हुई है। इस घटना के इन्तेक़ाम में अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर दिनांक- 15.जून .022 ई को रात्रि करीब साढ़े दस बजे देशी बन्दुक से हत्या कर दिया।

गिरफ्तार व्यक्ति का नामों में 30 वर्षीय राजु भुईया पिता पुनित भुईया ग्राम कसियाडीह, 26 वर्षीय रामफल भुईया पिता अर्जून भुईया ग्राम डोका और तीसरा नाम 25 वर्षीय पचन भुईया पिता स्वर्गीय लखन भुईया ग्राम डोका थाना राजपुर है। गिरफ्तार आर्पियों के पास से दो देशी बंदुक भी बरामद किया गया।
उक्त संगीन अपराध का खुलासा के लिए चतरा एसडीपीओ अविनाश कुमार के नेतृत्व में गठित एसआईटी में राजपुर थाना प्रभारी विकास पासवान, इसी थाना के सब इंस्पेक्टर दिप नारायण सिंह, सहायक अवर निरीक्षक राजेश कुमार शर्मा, सहायक अवर निरीक्षक बिरेन्द्र ठाकुर, के अतिरिक्त सैट 81 और राजपुर थाना के सशस्त्र बल शामिल थे।
विदित हो कि मक़तूल के परिवार की ओर से भूमि विवाद में शामिल पक्ष के लोगों पर संदेह की बिनियाद पर हत्या के लिए नाम पेश किया गया था।परिवार वालों के संदेह पर सम्बंधित लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ में राजपुर थाना जुट गई थी।परंतु मक़तूल के परिवार के द्वारा सन्देह के आधार पर पेश की गई नामों से पुलिस पूरी तरह सन्तुष्ट नहीं हो पा रही थी। अंततः एसडीपीओ श्री कुमार की नेतृत्व में गठित एसआईटी ने हत्या में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार कर साबित कर दिया कि दोषी बचेगा नहीं और निर्दोष फसेगा नहीं। पुलिस की इस मुश्क़त का चौतरफा तारीफ हो रहा है।
मामून रशीरशीनिर्दोष फसे नहीं और दोषी बचे नहीं का मिसाल कायम किया चतरा पुलिस।*

चतरा 18 जून जिले के राजपुर थाना के कसियाडीह में घटित हत्या के मामले में चतरा पुलिस ने बेगुनाह फंसे नहीं और गुनहगार बचे नहीं का मिसाल कायम किया। इस बाबत चतरा पुलिस कप्तान राकेश रंजन ने अपने दफ्तर में मीडिया के रूबरू खुलासा किया। सोपारी किलर समेत हत्या के साजिश में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस कप्तान राकेश रंजन ने मीडिया को बताया कि राजपुर थाना काण्ड संख्या 43 , 022 ई धारा-302 /120बी0 / 34 मा०द०वि० एवं 27 आर्म्स एक्ट के वादी सुनिता देवी पति मक़तूल बालेश्वर भुईया ग्राम कसियाडीह थाना राजपुर जिला चतरा के लिखित आवेदन के आधार पर तीन नामजद अभियुक्तों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी चतरा की क़यादत में मामले की खुलासा के लिए SIT टीम का गठन किया गया। SIT टीम के द्वारा गम्भीरता पूर्वक अनुसंधान कर 48 घण्टे में गुनहगारों को गिरफ्तार करने में कामियाबी हासिल की। अनुसंधान में पाया गया कि मृतक बालेश्वर भुईयाँ, जो पाहन का काम करता था। अपने गाँव के राजु भईया को बोला था कि तुम्हारें घर में जल्द ही एक व्यक्ति की मृत्यु होगी। इसी बीच राजु भुईया के सास की 15 दिनों के अंदर मृत्यु हो गई। राजु भुईया को लगा कि बालेश्वर भुईया (मक़तूल) के कारण ही इनकी सास की मृत्यु हुई है। इस घटना के इन्तेक़ाम में अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर दिनांक- 15.जून .022 ई को रात्रि करीब साढ़े दस बजे देशी बन्दुक से हत्या कर दिया।

गिरफ्तार व्यक्ति का नामों में 30 वर्षीय राजु भुईया पिता पुनित भुईया ग्राम कसियाडीह, 26 वर्षीय रामफल भुईया पिता अर्जून भुईया ग्राम डोका और तीसरा नाम 25 वर्षीय पचन भुईया पिता स्वर्गीय लखन भुईया ग्राम डोका थाना राजपुर है। गिरफ्तार आर्पियों के पास से दो देशी बंदुक भी बरामद किया गया।
उक्त संगीन अपराध का खुलासा के लिए चतरा एसडीपीओ अविनाश कुमार के नेतृत्व में गठित एसआईटी में राजपुर थाना प्रभारी विकास पासवान, इसी थाना के सब इंस्पेक्टर दिप नारायण सिंह, सहायक अवर निरीक्षक राजेश कुमार शर्मा, सहायक अवर निरीक्षक बिरेन्द्र ठाकुर, के अतिरिक्त सैट 81 और राजपुर थाना के सशस्त्र बल शामिल थे।
विदित हो कि मक़तूल के परिवार की ओर से भूमि विवाद में शामिल पक्ष के लोगों पर संदेह की बिनियाद पर हत्या के लिए नाम पेश किया गया था।परिवार वालों के संदेह पर सम्बंधित लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ में राजपुर थाना जुट गई थी।परंतु मक़तूल के परिवार के द्वारा सन्देह के आधार पर पेश की गई नामों से पुलिस पूरी तरह सन्तुष्ट नहीं हो पा रही थी। अंततः एसडीपीओ श्री कुमार की नेतृत्व में गठित एसआईटी ने हत्या में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार कर साबित कर दिया कि दोषी बचेगा नहीं और निर्दोष फसेगा नहीं। पुलिस की इस मुश्क़त का चौतरफा तारीफ हो रहा है।

Related Post