आज बुधवार दिनांक 27 अप्रेल, 2022 को अपराह्न 3.45 बजे से संध्या 5.00 बजे तक सिंहभूम चैम्बर के आव्हान पर जमषेदपुर के खाद्यान्न व्यवसायियों एवं चैम्बर से संबद्ध व्यवसायिक संस्थाओं के सदस्यों ने झारखण्ड सरकार द्वारा मंडी में 2 प्रतिषत बाजार शुल्क का विधेयक पारित किये जाने के विरोध में शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्षन कर इसे राज्यहित एवं जनहित में वापस लेने हेतु झारखण्ड के महामहिम राज्यपाल श्री रमेष बैस एवं माननीय मुख्यमंत्री माननीय हेमन्त सोरेन के नाम एक ज्ञापन पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त की अनुपस्थिति में पूर्वी सिंहभूम के उपविकास आयुक्त श्री प्रदीप कुमार को सौंपा। इस विरोध प्रदर्षन हेतु जमषेदपुर के व्यवसायियो के अलावा चांडिल, चाकुलिया, घाटषिला, मुसाबनी सभी क्षेत्रों के व्यवसायी एवं व्यवसायिक संस्थायें अपराह्न 3.00 बजे से ही जुटने लगे थे। इस ज्ञापन के माध्यम से चैम्बर ने सरकार द्वारा इसे लागू करने से होने वाली आम जनमानस तथा व्यवसायियों को होने वाली समस्याओं से उन्हें अवगत कराया है।
इस अवसर पर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कहा कि झारखण्ड मुख्यतः टेªडिंग करनेवाल राज्य है। यहां पर कृषि उत्पादन बहुत कम है तथा अधिकांष व्यापारी दूसरे राज्यों से माल मंगाकर बेचते हैं। उत्पादन को हमलोग तीन श्रेणी में विभाजित करके देख सकते हैं जैसे इस राज्य में होने वाली कृषि पैदावर, जैसे धान जो कि बहुत कम है, अन्य प्रांतों में उत्पादित सामान की झारखण्ड में आयात, विदेषी उत्पाद, जैसे ,खाद्य तेल, छुहारा आदि का झारखण्ड में आयात। उन्होंने कहा कि इस शुल्क के लगाने से पूरी राज्य में जितना शुल्क प्राप्त होगा उससे तकरीबन 10 गुना अधिक जीएसटी का नुकसान राज्य सरकार को होगा। झारखण्ड के पड़ेासी राज्य बिहार, बंगाल, उड़ीसा एवं अन्य राज्य में कहीं पर भी बाजार समिति शुल्क नहीं है। इसलिये इसे वापस लेना चाहिए। निवर्तमान अध्यक्ष सुरेष सोंथालिया ने अपने संबोधन में कहा कि बाजार समिति शुल्क लगाये जाने पर पुनः इंस्पेक्टर राज की वापसी होगी एवं भ्रष्टाचार पुनः चरम पर आ जायेगा। विरोध प्रदर्षन के दौरान मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष नितेष धूत, महेष सोंथालिया, दिलीप गोलछा, मुकेष मित्तल, बाजार समिति के दीपक भालोटिया, करण ओझा, सत्यनारायण अग्रवाल, पवन नरेडी ने भी उपस्थित व्यवसायियों को संबोधित किया।
इस विरोध प्रदर्षन हेतु चैम्बर ने जमषेदपुर के खाद्यान्न व्यवसायियों से आव्हान किया था कि वे ज्यादा से ज्यादा से संख्या में उपस्थित होकर इस विरोध प्रदर्षन को सफल बनाये जिससे सरकार को एक मजबूत संदेष जाये कि व्यवसायी सरकार के द्वारा लाये गये भ्रष्टाचार, इंस्पेक्टर राज और महंगाई बढ़ाने वाले इस विधेयक के वापस होने तक चुप नहीं बैठेंगे और चरणबद्ध तरीके से आंदोलनरत रहेंगे।
इस विधेयक का विरोध प्रदर्षन आज पूरे राज्य के सभी जिलों में शांतिपूर्ण ढंग से धरना-प्रदर्षन कर उस जिले के उपायुक्त के माध्यम से झारखण्ड के महामहिम राज्यपाल श्री रमेष बैस एवं माननीय मुख्यमंत्री माननीय हेमन्त सोरेन के नाम इसे वापस लेने हेतु ज्ञापन सौंपा गया हैं। इसके लिये पूर्व में ही पूरे राज्य के खाद्यान्न व्यवसायियों एवं व्यवसायिक संस्थाओं की एक बैठक रांची स्थित फेडरेषन ऑंफ झारखण्ड चैम्बर में आहूत हुई थी जिसमें इसके लिये चरणबद्ध आंदोलन हेतु रणनीति बनाई गई है। यह विरोध प्रदर्षन भी इसी का एक हिस्सा है। और आगे भी इस विधेयक के वापस होने तक आंदोलन को जारी रखा जायेगा। इससे पूर्व व्यवसायियों ने काला बिल्ला लगाकर, प्रतिष्ठानों में इसके विरोध में पोस्टर चिपकाकर, विधायकों, मंत्रियों, विभागीय सचिव को पत्र प्रेषित कर इसका विरोध किया है।
आज इस विरोध प्रदर्षन में सिंहभूम चैम्बर के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, निवर्तमान अध्यक्ष सुरेष सोंथालिया, मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष (व्यापार एवं वाणिज्य) नितेष धूत, उपाध्यक्ष (उद्योग) महेष सोंथालिया, उपाध्यक्ष (वित्त एवं कराधान) दिलीप गोलछा, उपाध्यक्ष (जनसंपर्क एवं कल्याण) मुकेष मित्तल, सचिव अनिल मोदी, पीयूष कु0 चौधरी, भरत मकानी कोषाध्यक्ष किषोर गोलछा, बाजार समिति से दीपक भालोटिया, करण ओझा, सत्यनारायण अग्रवाल, पवन नरेडी, भीमसेन शर्मा, शंभू मूनका, आदर्ष अग्रवाल, आकाष मोदी, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, सौरभ संघी, प्रषांत अग्रवाल, आनंद चौधरी, अजय अग्रवाल, चन्द्रप्रकाष शुक्ला के अलावा विभिन्न क्षेत्र से रामू देबुका, मनोज चेतानी, अजय चेतानी, मनोज गोयल, षिवसंुदर अग्रवाल, नवीन श्रीवास्तव, मोहित मूनका, मोहित साह, मुकेष मित्तल, अमीष अग्रवाल, आमप्रकाष मूनका, विजय गुप्ता, अजय अग्रवाल, पिंटु बागड़ी, अखिलेष पांडे, विवेक सचदेवा, कुंजबिहारी अग्रवाल, सीए अनिल रिंगसिया, साहेब सिंह, महावीर अग्रवाल, बजरंग अग्रवाल गोलमुरी, सीताराम महेष्वरी, अनुप शर्मा, हरिवल्लभ सिंह,, चन्दन अग्रवाल, रौनक सिंह, संदीप सिंह, ललित अग्रवाल, मनोज बागड़ी, बालकृष्ण अग्रवाल, कमल सिंहानिया, विजय खेमका, चन्द्रकांत जटाकिया, अनिल चौधरी, विकास लोधा, दीपक झुनझुनवाला, लिपु शर्मा, सांवरमल अग्रवाल, रोषन लाल गुप्ता, सांवरमल ग्रवाल, अभिषेक सिंह, बिनोद सरायवाला, षिवकुमार अग्रवाल, मनीष बंसल, मनीष अग्रवाल, मंटू अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, रिंकु बोरा, मनोज आगीवाल, विजय अग्रवाल, बालमुकुंद अग्रवाल, गोविंदराम सांवरमल अग्रवाल, संतोष कु0 अग्रवाल, बंषी अग्रवाल, संजय कुमार गर्ग, राकेष कु0 शर्मा, अनिल कुमार अग्रवाल, शंकर अग्रवाल, अष्विनी कु0 अग्रवाल, राजीव कुमार अग्रवाल, दीपक कुमार सापाड़िया के अलावा सैकड़ोे की संख्या में व्यवसायीगण उपस्थित थे।