*टोरी रेलवे क्रॉसिंग फाटक जाम में फंसकर केयर एंड क्योर् अस्पताल मालिक असीर खान की जान चली गई*
चंदवा संवाददाता मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट
*रेलवे क्रॉसिंग जाम में फंसकर 17 दिनों में 2 की मौत*
*सिस्टम नींद मे सो रही है*
*निधन पर सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनीतिक दलों ने जताया शोक संवेदना*
चंदवा (लातेहार) टोरी रेलवे क्रॉसिंग फाटक जाम में आधा घंटा से अधिक समय तक फंसने से केयर एंड क्योर् अस्पताल मालिक सह समाजसेवी कुजरी निवासी असीर खान की जान चली गई है,
रेलवे क्रॉसिंग फाटक जाम में फंसकर सतरह दिनों में यह दुसरी मौत है,
दिनांक 27 दिसंबर 2021 सोमवार रात्री समय करीब 10 बजे आधे घंटे से अधिक समय तक जाम में फंसे रहे, फाटक खुलते ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे इंजेक्शन लगा और उसकी मौत हो गई,, बताया जाता है कि रात्री में खाने के बाद जब वह सोने के लिए अपने बिस्तर पर गए तब उसे छिंक के साथ सांस की समस्या हो गई, परिजन आनन फानन में उसे निजी वाहन से ईलाज के लिए अस्पताल ले जा रहे थे इसी क्रम में वे टोरी रेलवे क्रॉसिंग पहुंचे जहां फाटक बंद था, फाटक रेल क्रासिंग जाम में आधा घंटा से अधिक समय तक वह फंसे रहे, जाम खुलते ही उसे स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां चिकित्सक रेनु तिर्की ने चेकअप कर उन्हें तत्काल इंजेक्शन लगवाया और उसकी मौत हो गई,
*टोरी में फ्लाई ओवर ब्रिज निर्माण नहीं होने से मरीज फाटक जाम पर तोड़ रहे हैं दम : अयुब खान*
सामाजिक कार्यकर्ता व माकपा नेता सह संसद प्रत्याशी रहे अयुब खान ने कहा कि रेलवे क्रासिंग जाम में फंसकर लोग लगातार दम तोड़ रहे हैं,
दिनांक 10 दिसंबर 2021 को सदाबर (नगर) निवासी रेल चालक मंटु लाल उरांव की मौत रेल फाटक बंद जाम में फंसने से हो गई थी,
उन्होंने आगे कहा कि असीर खान रेल फाटक जाम में नहीं फंसते तो समय पर उसे अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट मिल जाती और उनकी जिंदगी बचाई जा सकती थी,
फाटक क्रॉसिंग जाम के कारण जिंदगी मौत से जूझ रहे मरीज क्रॉसिंग जाम पर ही आधे आधे घंटे फंस जा रहे हैं, अस्पताल पहुंच ही नहीं पा रहे हैं और उनकी मौत रेल फाटक पर ही हो जा रही है,
बिना मौत के ही मरीज रेल फाटक पर तड़प तड़प कर दम तोड़ रहे हैं, इस रेल रूट पर अनवरत रेल एक्सप्रेस ट्रेन ग्ड्स ट्रेनों का परिचालन होने से क्रॉसिंग फाटक हमेशा बंद रहता है, मालगाड़ी ट्रेन के पास होते ही लोगों को पास करने के लिए दो तीन मिनट फाटक खुलती है फिर बंद कर दिया जाता है, चौबीस घंटे में करीब दो घंटा फाटक खुलती है इससे लाखों लोग प्रति दिन बुरी तरह प्रभावित और त्रस्त है,
इसके बाद सरकार की पूरा सिस्टम गहरी नींद मे सोई हुई है, स्व0 असीर खान को चकला कब्रिस्तान में शपुर्द ए खाख किया गया,
*इन्होंने जताया शोक संवेदना*
समाजसेवी स्व0 असीर खान के निधन पर सामाजिक कार्यकर्ता सह संसद प्रत्याशी रहे अयुब खान, शुक्रबजार अंजुमन के सदर सह राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि असगर खान, हेरहंज कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष लाडले हसन खान, ग्यास खान, शाहीद खान, लाल सदानंद शाहदेव, लाल रंजन नाथ शाहदेव, निर्मल शर्मा, राजेश शाही, अशोक जडेजा, मनाजरूल खान, जाहीद खान, इरफान फानु खान, कवल अंसारी, रियासत खान, हाफिज शेर मोहम्मद, कॉग्रेस सेवा दल जिला अध्यक्ष बाबर खान, हसीब मियां, बजरंगी सिंह, एसके विश्वास, साजीद खान, कैश खान, बदरुद्दीन खान, सुलतान खान, अजीज खान, तैरुल खान, जबार खान, विवेक कुमार साहु, सतार खान, इदुल खान, ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके परिजनों सुभचित्कों के प्रति संवेदना प्रकट किया है।