*दुधमुंहा बच्चे की मौत सुई देने के बाद हुई: बच्ची के पिता।*
मामले की जांच मैडिकल जांच टीम गठित कर किया जाएगा, जो भी दोषी होंगे कार्रवाई की जाएगी: उपाधीक्षक।
लोहरदगा। जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र के ग्राम उगरा निवासी नईम अंसारी अपनी गर्भवती पत्नी को प्रसव कराने हेतु सदर अस्पताल लोहरदगा में बीते रविवार की रात्रि भर्ती कराया था जहां पर महिला द्वारा एक नन्ही सी बच्ची को जन्म दिया गया था। इधर बच्ची के जन्म लेने के ठीक बाद एएनएम द्वारा टीका लगाया गया था जिसके बाद बच्चे का रोना बंद हो जाने से परिवार वाले काफी हैरान व परेशान हो उठे। इसी बीच डाक्टरों के द्वारा बच्चे की मौत हो जाने की पुष्टि किए जाने के बाद बच्ची के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खडा़ कर दिया। होते हवाते अस्पताल परिसर में लोगों की भीड़ उमड़ी पडा़। लोग अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध आवाज बुलंद कर उचित न्याय की मांग कर रहे थे। जानकारी के अनुसार महिला के प्रसव बाद दुधमुंहा बच्चे की मौत के बाद बच्ची के पिता नईम अंसारी ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्ची की मौत पैदा होने के बाद लगाई गई सुई के ठीक 5 मिनट में हो गई जो अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का नतीजा को दर्शाता है। इधर बच्ची के मौत के बाद परिजन अस्पताल में ही काफी हो हंगामा कर दोषियों के विरुद्ध जांच कर सख्त कार्रवाई करने एवं मुआवजा की मांग कर रहे थे। जिसपर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर शंभु नाथ चौधरी ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है। बच्चा के मौत मामले का जांच मेडिकल टीम का गठन कर पोस्टमार्टम कराया जाएगा एवं दोषियों के विरुद्ध जांच रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चे की मौत मामले में जो भी लापरवाह होंगे निश्चित रूप से विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि बच्चे की मौत के बाद परिवार वाले काफी सदमा और गुस्सा में दिखाई दे रहे थे। बच्ची की मां पिता व परिवार के अन्य लोगों का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। बच्चे के परिजनों ने कहां बात जो भी हो लेकिन मुख्यालय के अस्पताल में अस्पताल प्रबंधन की इतनी बड़ी लापरवाही जिलेवासियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। लोग अस्पताल प्रबंधन के लापरवाही को लेकर खासा नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।