प्रखंड के अति सुदर एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र सोहर का एक गांव केराखाड़ आराहंस में 120 घर की आबादी है। गांव में आदिम जनजाति, यादव,समेत अन्य जातियों के लोगों का निवास है।गांव में एक साल पहले पानी की किल्लत को देखते हुए पंचायत फंड से एक जल मीनार लगवाया गया है परंतु जल मीनार लगने के कुछ दिन बाद ही खराब हो गया। इस संबंध में आराहंस गांव के ग्रामीण उमेश कुमार यादव, मनोज यादव, सुचिता सारस,ललीता देवी, शैलेन्द्र बेग,आदि लोगों ने बताया कि जल मीनार एक वर्ष पूर्व में लगा तो दिया गया परंतु लगने के बाद तुरंत खराब हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि खराब होने के बाद आज तक वह बन नहीं पाया।बता दें कि यहां के ग्रामीण सदियों से चुंआ का पानी पीते आ रहे हैं वह भी दो किलोमीटर दूरी तय कर पानी लाकर।जिसका नाम हड़िया दाढ़ी है।गांव के लोग यहीं से पानी पीते हैं।इसके अलावा पीने के पानी के लिए और दूसरे सुविधा उपलब्ध नहीं है।ग्रामीणों ने जल्द से जल्द प्रखंड प्रशासन से जल मीनार मरम्मत कराने की मांग की है।