*मध्य विद्यालय, तापिन वित्तीय अनिमित्ताओं सहित अराजकताओं का अड्डा*
संवाददाता आरिफ कुरैशी की रिपोर्ट रामगढ़
मध्य विद्यालय ,तापिन एक ऐसा सरकारी विद्यालय है जहाँ सरकारी नियम कानून नहीं बल्कि अवैध प्रभारी और अवैध अधयक्ष की चलती है जिसकी वजह से सरकारी अनुदान राशि के गबन और गरीब विद्यार्थीयों के मध्यान भोजन के चावल हड़पने एवं नामांकन के नाम पर वित्तीय परेशानियों से जूझ रहे गरीब एवं अनाथ बच्चों से जबरन फीस वसूली का खेल बरसों से चल रहा है।
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एक तरफ जहाँ मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य अपने सीनियर और नियम कानून को छोड़ कर पद पर आसीन हैं। और पढ़ाई को दरकिनार करके कई प्रकार के व्यवसाय और धन्धा चला रहे हैं वहीं एक ऐसा व्यक्ति बरसों से अवैध रूप से अध्यक्ष पद पर है जिसका कोई बच्चा /बच्ची विद्यालय में नहीं है। प्रभारी और अध्यक्ष DELED सेंटर से कमाई, स्कूल ड्रेस का धन्धा, ITR filing का कारोबार, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करना, महिला शिक्षिकाओं से कठित अवैध संबंध और DELED की छात्राओं के साथ पार्क और रेस्तरां में घूमना, विद्यार्थीयों से पढ़ाई के समय भिन्न भिन्न प्रकार का काम कराना जैसे सैंकड़ों करतूत हैं जिसकी गहन जाँच नहीं होने के कारण दोनों की धाक की तोती बोलती है।