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बालुमाथ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (माकपा) का लोकल कमिटि और शाखा का सम्मेलन चितरपुर में शोभन उरांव लोकल कमिटि व लालदेव यादव शाखा सचिव बने

बालुमाथ लोकल कमिटि और शाखा का सम्मेलन संपन्न

शोभन उरांव लोकल कमिटि व लालदेव यादव शाखा सचिव बने

कई प्रस्ताव पारित
संवाददाता टीपू खान की रिपोर्ट बालूमाथ
बालुमाथ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (माकपा) का लोकल कमिटि और शाखा का सम्मेलन चितरपुर में अरूण उरांव की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित किया गया, कोरोना में व किसान आंदोलन में और अन्य कारनों से निधन हुए लोगों के प्रति एक मिनट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई, नौ सदस्यीय कमिटी का गठन कर सचिव चुना गया साथ ही जिला सम्मेलन के लिए प्रतिनिधियों का चुनाव की गई, इसके पूर्व कई शाखाओं की बैठक कर नए सिरे से कमिटि गठित की गई है, बतौर प्रवेक्षक के रूप में उपस्थित जिला कमिटि सदस्य ललन राम व मनु उरांव ने सम्मेलन में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी प्रत्येक तीन वर्ष मे नई कमिटि का गठन करती है, ब्रांच, लोकल कमिटी, जिला कमिटि और राज्य कमिटी तक यह प्रकृया होती है, इसी के तहत जिले में भी नई कमिटियों का सम्मेलन किया जा रहा है, यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब देश की जनता महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से जूझ रही है, केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली नरेंद्र मोदी सरकार के गलत नीतियों के कारण आज जनता त्राहि-त्राहि कर रही है, अन्नदाता सड़कों पर हैं इससे और दुर्भाग्य किया हो सकता है, सरकारें तो बदल रही है लेकिन जनता की समस्या जस की तस बनी हुई है, ऐसे में कम्युनिस्ट पार्टी की जिम्मेदारी बढ़ गई है, जन समस्याओं को लेकर संघर्ष करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, उन्होंने अधिकारों को लेकर संघर्ष करने का आह्वान किया, सर्वसम्मति से 9 सदस्यीय बालुमाथ लोकल कमिटि का गठन किया गया इसका सचिव सचिव शोभन उरांव व कोषाध्यक्ष हनुक लकड़ा का चुनाव किया गया, जिला सम्मेलन के लिए तीन प्रतिनिधियों का च्यन की गई जिसमें अरूण उरांव, शोभन उरांव, हनुक लकड़ा शामिल हैं, चितरपुर शाखा का सम्मेलन में लालदेव यादव को सचिव, कंचन लोहरा को कोषाध्यक्ष चुना गया, जिला सम्मेलन के लिए डेलिगेट्स बासू उरांव, कंचन लोहरा, लालदेव यादव का चुनाव किया गया, इसमें जिला सम्मेलन को सफल बनाने, 27 सितंबर को भारत बंद को समर्थन देने, पार्टी को मजबूत करने, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, समस्याओं की समाधान, जनता के हकों के लिए संघर्षरत रहने समेत कई प्रस्ताव पारित किया गया, सम्मेलन में चरवा उरांव, राजेश उरांव, राकेश उरांव, प्रमोद उरांव, चामु उरांव, अशोक कुमार, शोमरा उरांव, राजेंद्र उरांव, मेसरा उरांव, राजु उरांव, कलेशर उरांव, डेबु उरांव, बुधराम उरांव, सुरेश उरांव, प्रवीण उरांव, संजय उरांव, रमेश उरांव, देव कुवंर सहित कई लोग शामिल थे।

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