महुआडांड़ अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय महुआडांड का स्टाफ रूम, आफिस भवन का एक पिल्ला 9:30 बजे देखते ही देखते दुसरा पिल्लर 11:00 बजे गिरा और उसके साथ ही का छत और छज्जा भी गिर गया।इस घटना के समय में प्रचार्य गिरजा राम, बड़ा बाबू लक्षमण उरांव, और चपरासी गोपाल अपने आफिस में बैठ कर काम कर रहे थे छज्जा और छत गिरने से ये तीनों बाल बाल बचे। इसे लेकर आवासीय विद्यालय के प्रचार्य गिरजा राम ने बताया कि यह भवन 90 के दशक में बन हुआ था जो काफी जर्जर हो गया था ।अन्दर से भवन में पानी भी सिपेज करता है।कई बार मरम्मत कर इसमें आफिस चलाया जाता रहा है। इसी क्रम में सोमवार को लगभग 9:30 बजे एक पिलर गिरा देखते ही देखते दूसरा पिलर गिरा जिसके बाद छत और छज्जा भी गिर गया। जिसके बाद मेरे द्वारा नये आफिस भवन बनाने के लिए लातेहार कल्याण विभाग और सचिव को आवेदन दिया गया है।
अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय महुआडांड के छात्रावास की भी स्थिति अत्यंत ही जर्जर है। जो बड़ी दुर्घटना को संकेत दे रही है। यही कारण है कि वर्तमान मे छात्रावास में रहने वाले बच्चे छात्रावास के बजाय स्कूल रूम मे ही रहने को विवश हैं वहीं पठन-पाठन का कार्य विद्यालय परिसर मे ही स्थित +2 विद्यालय भवन मे चल रहा है जिसकी लगभग सभी खिड़की टुट चुकी है। साथ ही हाॅस्टल मे लाईट की भी व्यवस्था सुचारु रूप से नही होने के कारण बच्चों को पठन-पाठन मे भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताते कि दो वर्ष पूर्व छात्रावास मरम्मत करने के समय छात्रावास का छत गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई थी।