विश्वनाथ प्रसाद समाज के लिए नासूर है – बलजीत सिंह बेदी
पतरातू डैम के फाटक खोले जाते समय पदादिकारी विश्वनाथ प्रसाद से पत्रकार विकास पाठक द्वारा उनका बाइट मांगने पर भड़क उठे और उनके साथ दुर्व्यहार किया इस घमंडी अधिकारी ने हद पार करते हुए अपने गार्ड को लाठी निकलकर पत्रकार विकास पाठक को मारने का आदेश दे डाला। भारत मे लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहे जाने वाले पत्रकार को उनके काम से रोकने और उनपर लाठी चलाने का अधिकार इस अधिकारी को किसने दिया। पतरातू के पत्रकार विकास पाठक और अन्य पत्रकार जो वहाँ उस दिन मौजूद थे , भगवान का शुक्रिया अदा करें कि उस उदंड अधिकारी विश्वनाथ प्रसाद के पास राइफल धारी गार्ड नहीं थे, वरना वह अधिकारी उन्हें गोली मारने का भी आदेश दे सकता था। उक्त बातें बलजीत सिंह बेदी ने पत्रकारों से कही ।ज्ञात हो कि रामगढ़ जिला के पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष बलजीत सिंह बेदी ने पत्रकार विकास पाठक के साथ दुर्व्यवहार करने के मामले में इसकी घोर निंदा करते हुए शेष परिसंपत्ति पदाधिकारी विश्वनाथ प्रसाद को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऐसा पदाधिकारी आगे चलकर समाज के लिए नासूर साबित हो सकता है। क्योंकि ऐसे पदाधिकारी कभी भी आगे भविष्य में पत्रकारों पर जानलेवा हमला करा सकता है। जो व्यक्ति पत्रकार के सवाल पूछने पर अपने गार्ड को लाठी से मारने का आदेश दे सकता है वह कुछ भी कर सकता है और ऐसे पदाधिकारियों के प्रति प्रशासन को सख्त कदम उठाते हुए अंकुश लगाने की आवश्यकता है। क्योकि ऐसे पदाधिकारी समाज के लिए नासूर बन सकते हैं। विश्वनाथ प्रसाद के खिलाफ क्षेत्र के कई जगहों पर लोगों के द्वारा विरोध प्रदर्शन करते हुए विश्वनाथ प्रसाद का पुतला दहन लगातार किया जा रहा है। उस अधिकारी के कुकृत्य के खिलाफ लोग अब सड़कों पर आने लगे हैं। लोगों ने उसके निलंबन और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जोर शोर से माँग उठाई है।