कोरोना जनसंहार के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार मानते हुए भाकपा माले ने आज मांग दिवस आयोजित कर प्रधानमंत्री मोदी से इस्तीफे की मांग की।
पार्टी की उपरी कमेटी के द्वारा आज इसे लेकर कोविड के मापदंडों का पालन करते हुए मांग दिवस मनाने का आह्वान किया गया था। इसी आह्वान के तहत पार्टी कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह पीएम मोदी के इस्तीफे सहित विभिन्न मांगों से संबंधित तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया।
सोनबाद (पतारी) स्थित पार्टी कार्यालय में आज के प्रदर्शन की अगवाई पार्टी के राज्य कमेटी सदस्य राजेश कुमार यादव तथा गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा ने की।
प्रदर्शन के बाद जारी प्रेस बयान में उन्होंने कहा कि देश में मौजूदा कोरोना जनसंहार के लिए मोदी सरकार पूरी तरह जिम्मेवार है। नमस्ते ट्रंप और मध्य प्रदेश में जनादेश के अपहरण के खेल में व्यस्त रहने वाली मोदी सरकार पहले तो कोरोना का प्रसार रोकने के प्रति पूरी तरह लापरवाह रही। वहीं, बाद में कोविड की दूसरी लहर के पहले भी जिस तरह से तैयारियां की जानी थी, मोदी सरकार ने उसे भी पूरी तरह नजरअंदाज किया। देश की खुद की जरूरतों के बावजूद यहां से ऑक्सीजन और जरूरी दवाइयों का निर्यात कर दिया गया। करीब 1 साल का समय मिलने के बावजूद देश में चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ नहीं की गई, लोग ऑक्सीजन के बिना मरने को बाध्य हुए।
कहा कि, एक तरफ चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई रही, वहीं गरीब तबके के रोजगार पर भी इसका बहुत बुरा असर पड़ा। लेकिन गरीब वर्ग को भी संभालने के लिए केंद्र सरकार की ओर से कारगर प्रयास नहीं हुए। आज देश का पूरा गरीब तबका ही सरकार की बदइंतजामी के कारण हलकान है।
आज के प्रदर्शन के माध्यम से भाकपा माले ने सभी गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने, सभी निजी तथा सरकारी अस्पतालों में कोविड मरीजों का पूरी तरह से मुफ्त इलाज की व्यवस्था करने, बेरोजगार हुए मजदूरों को ₹10000 प्रतिमाह भत्ता देने, पैक्सों के माध्यम से खरीदे गए किसानों के धान के बकाए का तत्काल भुगतान करने तथा कोराना जनसंहार के जिम्मेदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफा देने की मांग की।
आज का कार्यक्रम में अशोक कुमार तुरी, अखिलेश राज भी मौजूद थे।
गिरिडीह से डिम्पल की रिपोर्ट