महुआडांड़
महुआडांड़ के ओरसापाठ पंचायत के ग्राम चिरोपाठ में पानी की भारी समस्या उत्पन्न हो गई है। चिरोपाठ स्थित सरकारी स्कूल भवन के पास लगा सोलर युक्त जल मीनार 8 माह से खराब पड़ा हुआ है।इस संबंध में गांव की महिलाएं शुसमा नागेसिया,मेरी रोहा तिर्की,सलमी ,किरण, चमेली ,रतन अंकिता और प्रमिला नागेसिया ने बताया कि हमारे मोहल्ले में 15 से 20 परिवार रहते हैं उन्होंने बताया कि 8 माह पहले स्कूल परिसर में सोलर जल मीनार लगाया गया था।
चुआड़ी से लाकर पीते हैं पानी
जो कुछ समय के बाद चलते-चलते खराब हो गया। सभी ग्रामीणों ने बताया कि जलमीनार में लगे मशीन से मोबाइल चार्ज करने के कारण पानी टंकी का मशीन खराब हो गया। इसकी शिकायत पंचायत के मुखिया धर्मसाक्य नागेशिया और स्कूल के शिक्षक से करने के बाद भी अभी तक इसे नहीं बनाया जा सका है। जिस कारण गांव के लोगों को 2 किलोमीटर दूर जंगल के चुवाड़ी से पानी लाना पड़ता है। जिसमें आने जाने में एक बेला का समय हमलोगों को लग जाता है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व लोकल प्रशासन से जल्द से जल्द जल मीनार बनवाने की मांग की है।
बीडीओ के आस्वाशन के एक वर्ष बाद भी नहीं बना जलमिनार
दुसरा मामला महुआडांड़ प्रखंड के चटकपुर पंचायत के ग्राम पेरवा में 1 साल से जल मीनार खराब है। जल मीनार खराब होने के कारण खेत में बने कुएं से पानी लाकर लोग उपयोग करते हैं ग्रामीण ।इस संबंध में जल सहिया कमला मिंज,रामपित नगेसिया,सबिता बीबी,प्रतिमा खा-खा,भुली देवी आदि ने बताया कि खराब जलमीनार को देखने एक वर्ष पूर्व खुद महुआडांड़ प्रखण्ड विकास पदाधिकारी आये हुए थे।उनके आश्वासन के बाद भी आज तक य जल मीनार नहीं बन पाया ।जिससे ग्रामीणों को पानी की भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हम लोगों के द्वारा पीने समेत अन्य कार्यों के लिए खेत में बने कुएं का पानी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
संवाददाता शहजाद आलम महुआडांड़ से रिपोर्ट बबलू खान की