Ramgarh/Ritesh Kashyap
पिछले 73 सालों में अगर किसी समाज ने देश की प्रगति में निस्वार्थ सबसे ज्यादा त्याग किया है तो वो है सवर्ण और सामान्य जाति फिर चाहे बात जातिगत आरक्षण की वजह से योग्यता को मौका न मिलना हो या गरीब परिवार तक किसी भी सुविधा का सिर्फ इसलिए न पहुँचना क्योंकी वो सामान्य वर्ग से हैं.
सामान्य वर्ग के गरीब बेटे बेटियों परिवार का भी पूरा हक़ है की उन्हें भी हर वो सुविधा मिले जो अन्य लोगों को मिल रही है. गरीबी या विवशता जाती या धर्म देख के नहीं आती है तो फिर सारी सरकारी सुविधा जातिगत क्यों?
इसलिये आज़ाद सेना की ये मांग है कि राज्य सरकार साथ ही साथ केंद्र सरकार सवर्ण और सामान्य जाति के कल्याण के लिए प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर में सवर्ण आयोग का गठन करें जिससे की हम भी अपनी वस्तु स्थिति सरकार को अवगत करा पाएं. जैसे अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग आयोग है ऐसे ही सवर्ण आयोग भी बनाया जाए ,उनकी चिंता भी करने की जरूरत है.