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Corona Vaccination in India: CO-Win एप पर सेल्फ रजिस्ट्रेशन से लेकर वैक्सीनेशन तक जानें सब कुछ

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के खिलाफ देशभर में टीकाकरण अभियान जारी है। अब तक 1.30 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है, जिसमें स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंटलाइनर वर्कर्स शामिल है। अब कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान अपने दूसरे चरण में पहुंच गया है, जिसमें 1 मार्च से कोरोना वैक्सीन लाभार्थी CO-Win डिजिटल एप पर सेल्फ रजिस्ट्रेशन के जरिए टीका लगवा सकेंगे। इसके लिए CO-Win एप का 2.0 वर्जन तैयार किया गया है। टीकाकरण अभियान के अगले चरण और इसके तौर-तरीकों पर सरकार की योजना को लेकर Co-Win panel के चेयरमैन आरएस शर्मा ने CO-Win 2.0 वर्जन की लॉन्चिंग से लेकर कैसे Covid-19 टीकाकरण होगा सब की जानकारी दी।

सेल्फ रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के बारे में बताते हुए आरएस शर्मा ने बताया कि यह प्रक्रिया आसान होगी।

अपने स्मार्टफोन के जरिए आप वेबसाइट Cowin.Gov.in पर लॉग इन कर सकते हैं या आरोग्य सेतु एप का यूज कर सकते हैं। बस आपको अपने मोबाइल नंबर के साथ रजिस्टर करना होगा और आपको एक OTP मिलेगा। आपका खाता बनाया जाएगा और उसके बाद आप अपना नाम, आयु, लिंग और एक पहचान दस्तावेज रख सकते हैं, जिसे आपको केंद्र में लाना होगा। आप खाते में पंजीकृत चार परिवार के सदस्यों में से कई को जोड़ सकते हैं। इसके पीछ का मकसद यह है कि यदि केवल एक परिवार के सदस्य के पास मोबाइल है तो अन्य भी उस माध्यम से आ सकते हैं और टीकाकरण करवा सकते हैं।

सरकारी और निजी अस्पताल दोनों में लगेगा टीका

वहीं उन्होंने बताया कि 60 प्लस उम्र के लोगों का सेल्फ रजिस्ट्रेशन होगा और 45 से 60 वर्ष की आयु वालों के लिए को-विन 2.0 कॉमरेडिटीज स्पष्टीकरण मांगेगा। आपको हां कहना होगा और उसी के लिए एक प्रमाण पत्र (डॉक्टर द्वारा हस्ताक्षरित) देना होगा। एक बार जब आप अपॉइंटमेंट बुक कर लेते हैं, तो आपको उसी दस्तावेज (उदाहरण के लिए ड्राइविंग लाइसेंस) को ले जाना होगा, जो आपने केंद्र में सेल्फ रजिस्ट्रेशन के दौरान दिया था। वहीं आपके पास सरकारी या निजी केंद्र के बीच चयन करने का विकल्प भी होगा। सरकारी अस्पताल में टीकाकरण मुफ्त होगा और निजी अस्पताल में आपको सरकार द्वारा तय की गई कीमत का भुगतान करना होगा।

जो टेक्नो सेवी नहीं उनको कोई परेशानी नहीं होगी

इसके अलावा जो वरिष्ठ नागरिक टेक्नो सेवी नहीं है उन के बारे में बताते हुए आर एस शर्मा ने कहा कि उन लोगों के पास कई विकल्प होंगे। वो सामान्य सेवा केंद्रों पर जा सकते हैं और एक हेल्पलाइन नंबर 1507 भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। अगर कहीं भी पंजीकरण करने में सक्षम नहीं हैं तो वो अपने नजदीकी केंद्र पर जाकर टीकाकरण करवा सकते हैं। अस्पताल यह तय करने में सक्षम होंगे यदि उनके पास 100 टीकों की क्षमता है। वे कह सकते हैं कि 50 ऑनलाइन के माध्यम से और 50 वॉक-इन के जरिए वैक्सीनेशन कर सकते हैं।

वैक्सीनेशन पर Co-Win एप की बारीकी से नजर

क्या लोगों के पास यह विकल्प होगा कि वे किस वैक्सीन को प्राप्त करें, कोवैक्सिन या कोविशील्ड ? के सवाल पर आर एस शर्मा ने कहा कि नहीं, दोनों टीकों में समान प्रभावकारिता है और सरकार द्वारा स्वीकृत किया गया है। लोगों को चुनने का कोई कारण नहीं है। हालांकि, अगर वैक्सीन ए को प्रशासित किया गया है तो दूसरी खुराक भी समान होगी। यह एक ऐसी चीज है जिस पर Co-Win एप बहुत बारीकी से नजर रखेगा। यहां तक ​​कि अगर आप दूसरी खुराक के लिए एक अलग अस्पताल जाते हैं, तो आपको वही टीकाकरण मिलेगा जो आपको पहली बार मिला था।

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